जमशेदपुर : साकची पप्पू होटल के पास शनिवार की देर रात कदमा थाना के निजी चालक मोनू सिंह (22) की सड़क हादसे में मौत हो गई या उसकी हत्या कर दी गई है. इसपर परिवार के लोगों ने आशंका व्यक्त की है. घटना के बाद वहां के लोगों ने ही मोनू को ईलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था. बाद में घटना की जानकारी परिवार के लोगों को दी गई थी.
मोनू सिंह कीताडीह साईं मंदिर के पास का रहनेवाला था. घटना रात के 11 बजे की है. वहां के लोगों ने परिवार के लोगों को बताया कि सूमो के धक्के से मोनू घायल हो गया था. इसके बाद दो लोगों ने उसे ईलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था.
अंतिम कॉल से मिली परिजनों की जानकारी
घटना के बाद साकची पुलिस ने मोनू सिंह की मोबाइल के अंतिम कॉल को खंगाला. इस बीच उसके दोस्त ने उठाया और उसने उसका नाम पता बताया. इसके बाद पुलिस ने परिजनों को इसकी जानकारी दी.
परिजन कर रहे मामले की जांच की मांग
घटना में मोनू की मौत के बाद परिवार के लोग मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि मोनू की बाइक देखकर नहीं लगता है कि वह हादसे का शिकार हुआ है. परिजनों को आशंका है कि कहीं उसकी हत्या तो नहीं की गई है.
बाइक भी डैमेज नहीं
परिजनों का कहना है कि उसकी बाइक भी सही-सलामत हालत में है. टंकी में हल्का सा खरोच है. मोनू के सीने की हड्डी टूटी है और गले पर चोट के निशान है. नाक से खून निकल रहा था. इसके अलावा और कहीं पर भी चोट का निशान नहीं है.
भाजपा नेता सूरज हत्याकांड का था गवाह
मोनू सिंह के बारे में सूरज के पिता विजय सिंह ने बताया कि सूरज कुमार हत्याकांड का गवाह था. सूरज का वह भगिना था. हो सकता है मामले की कड़ी को कमजोर करने के लिए इस तरह का कदम उठाया गया होगा. पुलिस पूरे मामले की जांच करे. इधर साकची थानेदार का कहना है कि प्रथम दृष्टया हादसा का ही मामला प्रतीत होता है.