सरायकेला : गम्हरिया के बलरामपुर में एक फरवरी को हाई टेंशन तार की चपेट में आकर बुरी तरह झुलसे राजकुमार राम की टीएमएच अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम मौत हो गई. मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ बिजली विभाग पहुंचकर नौकरी और मुआवजा देने की मांग करते हुए शव के साथ छोटा गम्हरिया सब स्टेशन पर विरोध-प्रदर्शन किया.
बताया जाता है कि घटना के दिन राजकुमार एक फरवरी को अपनी छत की ढलाई होने के बाद छत पर देखने गए थे. इस बीच ही वे हाई टेंशन तार से सट गए थे.
बुरी तरह झुलस गए थे राजकुमार
घटना में राजकुमार बुरी तरह से झुलस गए थे. उनका शरीर तीन भागों में टूट गया था. आर्थिक तंगी के कारण अस्पताल में ठीक से ईलाज नहीं हो सका.
ढाई साल पहले दिया था आवेदन
घायल की पत्नी आरती देवी ने बताया कि ढाई साल से लगातार आवेदन देकर उनके पति हाई टेंशन तार हटाने की मांग बिजली विभाग से कर रहे थे. 18 जनवरी को भी तीसरी बार आवेदन दिया गया था.
परिजन कर रहे नौकरी और मुआवजे की मांग
घायल की पत्नी समेत स्थानीय लोगों ने गम्हरिया थाना पहुंचकर भी मुआवजा और नौकरी की मांग की थी.तब विद्युत विभाग के सहायक अभियंता समेत तत्कालीन थाना प्रभारी द्वारा मुआवजे का आश्वासन दिया था.
शव के साथ विरोध-प्रदर्शन में सभी दलों के पहुंचे लोग
शनिवार शाम छोटा गम्हरिया पावर सब-स्टेशन में मृतक के शव के साथ परिजनों के अलावा भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रश्मि साहू, अमित सिंह देव, सामाजिक कार्यकर्ता संजीव सिंह बबुआ, कांग्रेस नेता मोनू झा, भाजपा अनुसूचित जनजाति जिला उपाध्यक्ष चंदन डेविड आदि राजनीतिक और सामाजिक लोग पहुंचे थे. मौके पर गम्हरिया थाना प्रभारी राजू भी पहुंचे थे.