JHARKHAND NEWS : हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने आखिर राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा शनिवार को क्यों की? इसके पीछे की वजह क्या हो सकती है? इसपर सिर्फ झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में चर्चा हो रही है. इसको लेकर लोग अपने-अपने तरह से कयास लगा रहे हैं.
अब इस बात पर चर्चा हो रही है कि कहीं इसके लिए उनके पिता यशवंत सिन्हा ही तो कारण नहीं है. पहली बार जब जयंत सिन्हा सांसद बने थे तब उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया था, लेकिन दूसरी बार उन्हें तरजीह नहीं दी गई. 2019 की चुनाव के पहले ही जयंत के पिता ने भाजपा और पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
10 साल रहे सांसद
जयंत सिन्हा लगातार दो बार हजारीबाग से सांसद रहे. इसके पहले उनके पिता भी हजारीबाग के सांसद रह चुके थे. हो सकता है इस बार उन्हें लग रहा होगा कि टिकट कट सकता है. उसके पहले ही उन्होंने राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है. हालाकि उन्होंने कहा है कि वे पार्टी से अलग नहीं होंगे.