JHARKHAND POLITICS :जबतक झारखंड के पूर्व सीएम जेल में नहीं गये थे तबतक उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को राजनीति से कोई सरोकार नहीं था, लेकिन अब वह राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं. उन्होंने हेमंत सोरेन की कमी को पूरा करने की ठानी है. इसकी शुरूआत भी उन्होंने कर दी है.
कुल मिलाकर कल्पना सोरेन ने अपने पति के जेल जाने के मुद्दे को ही भुनाना शुरू कर दिया है. वह साफ कह रही है कि हेमंत सोरेन को एक साजिश के तहत जेल भेजने का काम किया गया है. ऐसा करने से आदिवासियों और दलितों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है.
1976 में जन्मी हैं कल्पना सोरेन
कल्पना सोरेन की बात करें तो उनका जन्म 1976 में हुआ था. वह 48 साल की हो गई हैं. पति का नाम हेमंत सोरेन है. उनका विवाह 2006 में हुआ था.
एमटेक हैं कल्पना
कल्पना सोरेन एमटेक है और एमबीए की पढ़ाई भी पूरी की है. सेना कैप्टन के घर जन्मी कल्पना सोरेन के ससुर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन हैं.
गिरिडीह झंडा मैदान से ली राजनीति में एंट्री
कल्पना सोरेन ने 3 मार्च को गिरिडीह झंडा मैदान से राजनीति में एंट्री ली है. समारोह था झामुमो की स्थापना दिवस. समारोह में खुद झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन भी मौजूद थे.
भावुक होकर रो पड़ीं कल्पना
कल्पना सोरेन को जब मंच से बोलने का मौका मिला तब वह भावुक होकर रों पड़ीं. उन्होंने कहा कि जब राज्य के प्रवासी मजदूरों को देश के कोने-कोने से सीएम लाने का काम कर रहे थे तब भाजपा उस समय कहां थी. उन्होंने कहा कि हेमंत बाबू को जेल भेजना भाजपा के लि बड़ी गलती साबित होगी.
स्थापना दिवस पर जुटी थी भारी भीड़
झामुमो की स्थापना दिवस पर गिरिडीह झंडा मैदान में लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी. जिले के कोने-कोने से झामुमो नेता और समर्थक पहुंचे हुए थे. इस दौरान पार्टी के शहीद नेताओं को श्रद्धांजलि भी दी गई.