जमशेदपुर : राजेंद्र विद्यालय को शहर का नंबर वन स्कूल कहा जाता है. इस स्कूल में अगर छात्रों की उपस्थिति स्कूल में ठीक नहीं है तो उसे फेल भी किया जा रहा है. कुछ इसी तरह का मामला राजेंद्र विद्यालय में सामने आया है. यहां पर 9वीं और 11वीं के 60 से अधिक छात्रों को फेल कर दिया गया है. इसमें कुछ की उपस्थिति कम होने और कुछ का एवरेज मार्क्स नहीं आने पर फेल किया गया है.
अभिभावकों को पहले क्यों नहीं बताया गया. प्रबंधन के लोग बात नहीं कर रहे हैं. अगर बच्चों को कुछ होता है तो इसके लिए कैन जिम्मेवार होगा. आरोप लगाया है कि एक साथ 3 माह का फीस लिया जाता है, लेकिन पढ़ाई ठीक नहीं होती है. अब अभिभावकों से लिखित भी मांगा जा रहा है.
जानिए प्रिंसिपल ने क्या कहा
पूरे मामले में प्रिंसिपल जयंती सिंह का कहना है कोर्ट के नियमों के आधार पर स्कूल में काम होता है. जब बच्चे कमजोर होते हैं तब अभिभावकों को नोटिस दी जाती है. 2-3 सब्जेक्ट में फेल होने पर प्रमोट नहीं कर सकते हैं. बच्चों के अभिभावकों को भी बुलाकर पूरी बातें बताई गई. कई बच्चे स्कूल ही नहीं आ रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि वे कोचिंग जा रहे हैं. साइंस में ज्यादा बच्चे फेल कर गए हैं. ऑनलाइन कोचिंग पर बच्चों को ज्यादा भरोसा हो रहा है. स्कूल नहीं आ रहे हैं. उनकी ओर से कुछ नहीं किया जा सकता है. अब तो दोबारा परीक्षा लेने का भी प्रावधान नहीं है. उन्हें कैसे प्रमोट किया जा सकता है.