JHARKHAND POLITICS : झारखंड की गीता और सीता दोनों ही भाजपा में शामिल हो गई हैं. अब चर्चा यह हो रही है कि क्या गीता और सीता झारखंड में अपना दम दिखा पाएंगी? दोनों अपने-अपने क्षेत्र में बेहद भारी हैं. क्षेत्र के लोग सिर्फ नाम सुनकर ही जीत सुनिश्चित बताते हैं. पहले सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा भाजपा में शामिल हुईं थी और अब जामा विधायक सीता सोरेन भाजपा में शामिल हो गईं हैं.
कांग्रेस पार्टी से सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा ने 26 फरवरी 2024 को भाजपा का दामन थमा था. इस दौरान उनका स्वागत झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और भाजपा विधायक दल के नेता ने किया था. तब गीता कोड़ा ने कहा था कि कांग्रेस परिवारवाद की पार्टी है. यहां पर सम्मान नहीं मिलता है.
जगन्नाथपुर से 2 बाद विधायक रह चुकी हैं गीता
गीता कोड़ा की बात करें तो पहली बार 2009 में जय भारत समानता पार्टी और फिर 2014 में जय भारत समानता पार्टी की टिकट पर जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से दो बार विधायक बनीं थी. 2009 में उनकी उम्र 26 साल थी. तब उन्हें सबसे कम उम्र की युवा विधायक कहा जाता था. 2019 में वह कांग्रेस की टिकट पर सिंहभूम सीट से सांसद बनीं थी.
सीता 3 बार रह चुकी हैं विधायक
हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन की बात करें तो वह वर्ष 2009 से लेकर अबतक तीन बार जामा विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं. राजनीति में आने के बाद उन्होंने कभी भी हार का मुंह नहीं देखा. अब भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेवारियां दी जाएगी उसे वो निभाने का काम करेंगी.