जमशेदपुर : आइएमए की ओर से मिक्सोपैथी के विरोध में रविवार को साकची रेडक्रॉस भवन के पास एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना में शामिल डॉक्टरों ने कहा कि यह आंदोलन एक फरवरी से शुरू हुआ है जो 15 फरवरी तक चलेगा। इस बीच भुख हड़ताल का भी कार्यक्रम किया जाएगा। आइएमए की ओर से भारतीय स्वास्थ्य सेवा को बचाने का अभियान के तहत लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिए पोस्टर और बैनर भी लगाए जाएंगे।
मिश्रित चिकित्सा नीति से खतरा: डॉ. मृत्युंजय
आइएमए के सचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि आइएमए के सदस्यों की ओर से सरकार की नई अधिसूचना कीजानकारी और मिश्रित चित्सिा नीति के खतरे की वास्तविक तस्वीर है। इसको लेकर सांसद और विधायकों को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया जाएगा। इसके विरोध में आइएमए के सभी सभी डॉक्टर पूरे देश भर में भूख हड़ताल भी करेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे मिक्सोपैथी का विरोध करें और स्वास्थय के प्रति सचेत हो जाएं।
धरना में ये थे शामिल
धरना में मुख्य रूप से राज्य के उपाध्यक्ष डॉ. एनके सिन्हा, संयुक्त सचिव अशोक कुमार, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. अभिषेक, उपाध्यक्ष डॉ. अखौरी मिंटू सिन्हा, अध्यक्ष डॉ. उमेश खां, डॉ. सौरभ चौधरी, डॉ. सुषमा रानी, डॉ. फिरोज आदि शामिल थे।