आदित्यपुर :आदित्यपुर और गम्हरिया में नजर आने वाला तेंदुआ आखिर गया कहां. तेंदुआ के नजर आए पूरे आठ दिन बीत गये हैं. बावजूद तेंदुआ का कुछ भी पता नहीं चल सका है. अब तो वन विभाग का अमला उसे जंगलों में खोजने का काम कर रहा है.
तेंदुआ को पहली बार सीसीटीवी फुटेज में 17 मार्च को आरएसबी प्लांट में देखा गया था. इसके बाद फिर गम्हरिया में तेंदुआ के पैरों के निशान देखे गए थे. इसके ठीक दूसरे दिन फिर से गम्हरिया केबुल नेटवर्क कार्यालय के आस-पास धमक सुनी गई थी. सभी निशान को वन विभाग की ओर से जांच के लिए भेजा गया है.
तीन दिनों से किसी तरह की गतिविधियां नहीं
तेंदुआ की गतिविधियां पिछले तीन दिनों से नहीं देखी जा रही है. इस बीच उसका कोई सीसीटीवी फुटेज भी सामने नहीं आया है. अब वन विभाग भी यह नहीं बता पा रही है कि तेंदुआ आखिर गया कहां.
कम नहीं हुआ है लोगों का डर और दहशत
तेंदुआ की खबर पिछले 8 दिनों से आदित्यपुर और गम्हरिया के लोगों की जुबान पर है. तेंदुआ के नहीं मिलने तक लोगों का डर और दहशत समाप्त नहीं होने वाला है. लोग आज भी तेंदुआ के नाम से सिहर जाते हैं. आम लोग वन विभाग के अधिकारी को ही इसके लिए कोस रहे हैं. वे पूछ रहे हैं कि आखिर वन विभाग क्या कर रही है. तेंदुआ पकड़ में क्यों नहीं आ रहा है.
ट्रेनों को धीमी गति से चलाने का आदेश
तेंदुआ होने की जानकारी रेलवे को मिलने पर रेलवे बोर्ड की ओर से साफ निर्देश दिया गया है कि कांड्रा स्टेशन से लेकर आदित्यपुर स्टेशन तक यात्री ट्रेनों को धीमी गति से चलाई जाएगी. इसके बाद इस दिशा में ट्रेन चालक पहल भी कर रहे हैं.
क्या कह रहे हैं रेंजर साहब
वन विभाग के रेंजर दिग्विजय सिंह का कहना है कि वन विभाग की ओर से तेंदुआ को जंगलों में खोजने का काम किया जा रहा है. इसके लिए पूरी टीम को लगाया गया है, लेकिन अभी तक तेंदुआ का कुछ भी पता नहीं चल सका है.