LOK SABHA ELECTION :लोकसभा चुनाव की घोषणा कर दी गई है और 10 दिनों के बाद भी इंडिया गठबंधन की ओर से झारखंड में सीट शेयरिंग का मसला नहीं सुलझा है. ऐसे में झामुमो के नेताओं को हेमंत सोरेन की कमी खलने लगी है. इस तरह से मसले पर हेमंत सोरेन सटीक और समय पर निर्णय लेते थे.
हेमंत सोरेन के जेल गए दो माह बीत गए हैं बावजूद अभी तक हेमंत सोरेन का स्थान कोई भी नेता नहीं ले सका है. भले ही चंपाई सोरेन को सीएम बना दिया गया है, लेकिन वे उस स्थान पर नहीं पहुंच सके है.
सीट-शेयरिंग का नहीं सुलझ रहा मसला
कुल मिलाकर झारखंड में सीट शेयरिंग का मसला अभी तक नहीं सुलझ सका है. कांग्रेस पार्टी अपने स्तर से सीटों का बंटवारा करना चाह रही है जबकि झामुमो झारखंड में इंडिया गठबंधन पर भारी पड़ रहा है.
झारखंड में कांग्रेस की एक भी सांसद नहीं
झारखंड की बात करें तो यहां पर कांग्रेस पार्टी की एक भी सांसद नहीं है. झारखंड से केंद्र में नेतृत्व करने वाला भी कोई नहीं रह गया है. कांग्रेस की सांसद गीता कोड़ा एक माह पूर्व ही भाजपा का दामन थाम चुकी हैं और भाजपा की ओर से सिंहभूम लोकसभा से चुनाव भी लड़ रही हैं.