Ranchi : जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू के दो गुर्गों को रांची पुलिस ने हथियार के साथ धर-दबोचा है. पुलिस की गिरफ्त में आये अपराधी भारत माला प्रोजेक्ट में काम करनेवाले ठेकेदार से बतौर रंगदारी 50 लाख रूपये वसूलने निकले थे. उसी बीच पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई. इसमें पतरातू का रहनेवाला प्रमोद सिंह और अमजद खान शामिल है. यह जानकारी रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी.
ऐसे हुयी गिरफ्तारी
उन्होंने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गिरोह के कुछ अपराधी भारत माला प्रोजेक्ट में काम करने वाले एक ठेकेदार से 50 लाख रुपए की रंगदारी वसूलने के लिए रांची के ओरमांझी इलाके में आने वाले हैं. इस सूचना के आधार पर भारत माला प्रोजेक्ट के आसपास सादे लिबास में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया. इस बीच सिल्ली के डीएसपी रणविजय और ओरमांझी थाना प्रभारी आलोक सिंह भी अपराधियों की तलाश में जुटे थे. उसी दौरान प्रोजेक्ट रोड पर एक कार में सवार दो युवक आते दिखे. उसके बाद पुलिस ने कार को चारो ओर से घेर लिया. साथ ही, पुलिस ने गाड़ी में मौजूद युवकों को सरेंडर करने के लिए कहा. फिर पुलिस की घेराबंदी को देखते हुये दोनों हाथ ऊपर कर कार से बाहर निकल गये. पुलिस ने जब उनकी तलाशी ली तो, एक अपराधी के पास से रिवाल्वर और आठ कारतूस बरामद हुआ. गिरफ्त में आये अपराधियों की पहचान पुलिस ने पतरातू के प्रमोद सिंह और अमजद खान के रूप में की है. प्रमोद सिंह के खिलाफ पतरातू थाने में कई मामले दर्ज हैं.
फरवरी महीने में की थी फायरिंग
पुलिस की पूछताछ में उन्होंने अमन साव के आदेश पर भारत माला प्रोजेक्ट में काम कर रहे ठेकेदार से रंगदारी वसूलने आने की बात कही. पुलिस के मुताबिक बीते 6 फरवरी को अमन साहू गिरोह ने भारत माला प्रोजेक्ट के आसपास फायरिंग की घटना को भी अंजाम दिया था. उसके बाद ही गिरोह ने ठेकेदार से रंगदारी वसूलने की प्लानिंग बनायी थी.