पूर्वी सिंहभूम : कोवाली थाना क्षेत्र के जामदा पंचायत से तीन जलसहिया को गिरफ्तार करने में कोवाली पुलिस को सफलता हासिल हुई. सभी जलसहिया पिछले छह साल से फरार चल रहे थे. इन सभी जलसहिया पर लाखों रुपए के शौचालय घोटाले के मामले में आरोपित हैं.
गिरफ्तार लोगों में देवली के बसंती मुंडा, भालकी के काजल मंडल एवं उलियान साईं की अंजना दास को थाना प्रभारी धनंजय कुमार पासवान द्वारा टीम बनाकर महिला पुलिस के मदद से गिरफ्तार कर लिया गया. इन सभी जलसहियाओं पर शौचालय घोटाला करने का आरोप है. बिना कार्य के ही अवैध रूप से रुपये निकासी का आरोप है.
यह था मामला
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता मंतोष कुमार मणि द्वारा अक्टूबर 2018 को कोवाली थाने में कोवाली एवं जामदा पंचायत की मुखिया समेत दोषी जल सहियाओं के पर अवैध रूप से बिना कार्य के 62 लाख रुपए निकासी के मामले में एक मामला दर्ज कराया गया था. इस मामले में पेयजल स्वच्छता विभाग द्वारा लगातार दोषियों पर दबाव बना रहा था कि जल्द से जल्द शौचालय का निर्माण कर उपयोगिता प्रमाण-पत्र सौंप दे. किसी ने भी इस और ध्यान नहीं दिया.
पोटका में कहां-कहां हुआ शौचालय घोटाला
पोटका प्रखंड में कोवाली, जामदा, शंकरदा, सानग्राम और कुलडीहा पंचायत के मुखिया और कुछ जलसहिया द्वारा मिलकर हजारों शौचालय निर्माण को लेकर अवैध रूप से करोड़ों रुपये की निकासी कर ली गई थी. वं शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया था.
2018 का है मामला
पेयजल स्वच्छता विभाग के जिला कोऑर्डिनेटर बेसिल टोप्पो ने बताया कि फरवरी 2024 को पेयजल स्वच्छता विभाग द्वारा पोटका के पांच पंचायत द्वारा 2018 में करोड़ों रुपए के निकासी के बाद शौचालय का निर्माण नहीं किए जाने के मामले में संज्ञान लेते हुए इन पांच पंचायत के दोषी जलसहियाओं और मुखिया पर डेढ़ करोड़ रुपए का सर्टिफिकेट केस किया गया है.