JHARKHAND POLITICS :हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने उनकी विरासत को संभालने का पूरी तरह से बीड़ा उठा रखा है. इसी बीड़ा को पंख देने के उद्देश्य से कल्पना सोरेन ने 21 अप्रैल को रांची में उलगुलान रैली करने की घोषणा की है. इस रैली में राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव के भी आने की उम्मीद जताई जा रही है.
उलगुलान रैली के बहाने झारखंड के सभी जिले से झामुमो के कार्यकर्ताओं को जुटाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए स्थानीय विधायक से लेकर जिला अध्यक्ष को भी लगाया गया है. जिला अध्यक्षों ने ब्लॉक अध्यक्ष तक को इसके लिए दिशा-निर्देश दे रखा है.
आखिर क्या है कल्पना की उलगुलान रैली
आखिर उलगुलान रैली के बारे में लोग सोच रहे हैं कि क्या है? उलगुलान रैली का मतलब क्या है? उलगुलान रैली के बहाने क्या कल्पना सोरेन झामुमो के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकसूत्र में बांधना चाहते हैं या किसी और तरह को योजना है?
उलगुलान का मतलब है जबरदस्त आंदोलन
उलगुलान रैली को लेकर लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि क्या कल्पना सोरेन जबदस्त तरीके से आंदोलन करने वाली है? या इसका मतलब कुछ और है. उलगुलान रैली का कितना फायदा कल्पना सोरेन को मिलता है यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा.