जमशेदपुर : झामुमो की ओर से अबतक जमशेदपुर लोकसभा का टिकट किसी को नहीं दिया गया है. रविवार को लग रहा था कि रांची में उलगुलान रैली के दौरान इसकी घोषणा की जा सकती है, लेकिन इसपर संशय अबतक बरकरार है.
झामुमो जमशेदपुर से किसको टिकट देने वाली है. आस्तिक महतो को या कुणाल षाड़ंगी को. इसपर अभी तक फैसला नहीं हो सका है. झामुमो ने अभी तक अपना फैसला सुरक्षित रखा है.
पहले की तरह कर रहे हैं पार्टी व संस्था का काम
कुणाल षाड़ंगी ने पिछले दिनों कहा था कि वे झामुमो में शामिल नहीं होने वाले हैं, लेकिन राजनीति में तो कुछ भी असंभव नहीं है. कुणाल ने पहले भी स्पष्ट किया था है कि ऐसी कोई बात नहीं है. वह पार्टी का काम और अपनी सामाजिक संस्था का काम दोनों पहले की तरह ही कर रहे हैं.
चुप रहने वालों में से हैं आस्तिक महतो
कुड़मी समाज के नेता आस्तिक महतो की बात करें तो वे चुप रहने वाले नेताओं में से एक हैं. उनकी पहचान झारखंड आंदोलनकारी के रूप में बनी हुई है. वे किसी भी मामले में जल्दबाजी नहीं करते हैं.
हेमंत सोरेन के हाथ में है फैसला
जमशेदपुर से आस्तिक टिकट दिया जाए या कुणाल षाड़ंगी को यह फैसला तो हेमंत सोरेन के हाथ में ही है. इसके अलावा और किसी भी नेता को पार्टी की टिकट पर फैसला लेने का अधिकार नहीं है. हेमंत के झंडी देते ही नाम की घोषणा कर दी जाएगी.