जमशेदपुर : झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी की अंतिम आस भी अब टूट गई है. झामुमो की ओर से गुरुवार को जमशेदपुर लोकसभा प्रत्याशी की भी घोषणा कर दी गई है. समीर मोहंती को टिकट दे दिया गया है. इसके पहले तक कयास लगाए जा रहे थे कि शायद कुणाल षाड़ंगी को झामुमो टिकट देगी? अब आईना साफ हो गया है. कुणाल षाड़ंगी भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं. बावजूद एक माह से वे भाजपा के सभी तरह के कार्यक्रमों से नदारद हैं.
कुणाल षाड़ंगी ने जब 2019 में भाजपा का दामन थामा था और बहरागोड़ा विधानसभा से हार का मुंह देखना पड़ा था तब भी वे भाजपा के कार्यक्रमों में गर्मजोशी से हिस्सा ले रहे थे. अपनी अलग पहचान जमशेदपुर में बनाई थी. उन्हें यूथ ऑईकॉन का भी अवार्ड दिया गया है. बावजूद वे जमशेदपुर भाजपा प्रत्याशी के टिकट की घोषणा होने के बाद से बिल्कुल शिथिल पड़े हुए हैं. वे किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आ रहे हैं.
प्रदेश प्रवक्ता की है बड़ी जिम्मेवारी
कुणाल षाड़ंगी भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता हैं. ऐसे में उनकी पूरे झारखंड में ही बड़ी जिम्मेवारी है. आखिर उन्होंने अचानक से पार्टी की गतिविधियों से दूरी क्यों बना ली है? इसका जवाब भाजपाई और आम लोग भी चाहते हैं.
जमशेदपुर से थी टिकट की उम्मीद
कुणाल षाड़ंगी ने जमशेदपुर से भाजपा की ओर से टिकट मिलने की उम्मीद पाल रखी थी. भाजपा से उम्मीद टूटने के बाद झामुमो से भी आस बंधी थी. अब दोनों आस टूट गई है.