जमशेदपुर :बागबेड़ा में विजय कुमार उर्फ मोनू पर फायरिंग करवाने की साजिश रचने वाला कुख्यात कन्हैया सिंह आखिर घटना के बाद आसानी से कैसे सरेंडर कर गया. यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. मानगो का चांद भी उसी दिन सरेंडर किया था. दोनों का नाम मोनू को गोली मारने में आ रहा था. पुलिस को पूछताछ में भी कन्हैया सिंह ने यह खुलासा किया था कि जमीन विवाद को लेकर मोनू को गोली मारी गई है.
कन्हैया सिंह कभी अखिलेश सिंह का बेहद करीबी हुआ करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. एक साल पहले तक वह जिस होटल में खाना खाता था वहां पर पैसा नहीं देता था. इस तरह का मामला दर्ज होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
बागबेड़ा में जमीन का चल रहा है बड़ा खेल
सिर्फ बागबेड़ा में ही नहीं बल्कि पूरे शहर में ही जमीन का खेल चल रहा है. इस खेल में कइयों को रास्ते से भी बदमाशों ने हटा दिया है. ठीक इसी तरह का खेल बागबेड़ा में चल रहा है. इस खेल में इंट्री लेने के पहले कन्हैया सिंह का परमिशन लेना होता है.
हत्या, फायरिंग, रंगदारी, लूट के हैं मामले दर्ज
कन्हैया सिंह पर शहर के कई थाने में हत्या, लूट, रंगदारी और फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं. बागबेड़ा में ही उसके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. वह बागबेड़ा थाने से 400 मीटर की दूरी पर ही प्रधानटोला में रहता है.
इसके पहले 2 मार्च 2023 को गया था जेल
शहर की पुलिस ने इसके पहले कन्हैया सिंह को 2 मार्च 2023 में कानपुर से गिरफ्तार कर जेल भेजा था. तब उसके हाथ में हथकड़ी लगाकर शहर की सड़कों पर भी घुमाया गया था. उसे इस कारण से घुमाया गया था ताकि लोगों के बीच उसका दहशत समाप्त हो सके.