चाईबासा : गोइलकेरा रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव देने की मांग को लेकर पिछले 3 फरवरी को रेल चक्का जाम किया गया था। रेल चक्का जाम इस आश्वासन पर साढ़े 6 धंटे के बाद समाप्त किया गया था कि ट्रेनों का ठहराव शुरू करा दिया जाएगा। रेल चक्का जाम आंदोलन के 8 दिनों के बाद भी गोइलकेरा स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं दिए जाने से एक बार फिर से यहां के लोग रेल चक्का जाम कर सकते हैं। इसको लेकर आदिवासी महिला विकास समिति के बैनर चले मुखिया पायो बेसरा के नेतृत्व में एक ज्ञापन स्टेशन प्रबंधक यमुना प्रसाद को सौंपा गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि रेलवे की ओर से वादा खिलाफी की गई है। अगर ऐसा नहीं होता तो ट्रेनों का ठहराव शुरू कराया गया होता।
नागरिक एकता मंच के प्रतिनिधि हैं आक्रोशित
3 फरवरी को नागरिक एकता मंच की ओर से रेल चक्का जाम किया गया था। ट्रेनों का ठहराव नहीं देने के कारण मंच के लोग काफी अक्रोशित हैं। वे एक बार फिर से बेमियादी रेल चक्का जाम की घोषणा भी कर सकते हैं। हालाकि ज्ञापन मिलने के बाद रेल डीआरएम से लेकर सीनियर डीसीएम तक की परेशानी बढ़ गई है।