Ranchi : झारखंड की सबसे हॉट सीटों में एक खूंटी लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को पराजय का सामना करना पड़ा है. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने करीब डेढ़ लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की है. हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है. बावजूद इसके, अब तक के मतगणना के अनुसार इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को अंतिम राउंड में 1 लाख 45 हजार 719 मतों की बढ़त रही है. वहीं, अंतिम राउंड की गिनती हजारों में भी नहीं है. इससे कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है. (नीचे भी पढ़ें)
अब तक मिले कुल मतों की बात करें तो कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 5 लाख 3 हजार 613 वोट मिले है, उसके मुकाबले भाजपा के अर्जुन मुंडा को 3 लाख 57 हजार 894 वोट मिले है. कुल 17 राउंड की मतगणना होनी है. इसमें से 16 राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है. आगे सारी निगाहें 17वें राउंड की मतों की गिनती पर है. फिर भी आगे कोई बड़ा बदलाव होता संभव नहीं माना जा रहा है. इधर, मीडिया से बातचीत में कहा कि खूंटी के विकास के लिए काम करेंगे और खूंटी को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना उनकी प्राथमिकता होगी. मालूम हो कि खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार कालीचरण मुंडा को टिकट दिया है. 2014 के चुनाव में उन्हें भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा ने हराया था. 2019 के चुनाव में वे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से महज 1445 वोटों से हार गए थे. इस बार भी दो मुंडाओं के बीच सीधा मुकाबला था. कालीचरण मुंडा के छोटे भाई नीलकंठ सिंह मुंडा भाजपा में हैं और फिलहाल खूंटी विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं. वहीं, कालीचरण मुंडा के पिता टी. मुचिराय मुंडा बिहार सरकार में आठ बार मंत्री और छह बार (1967 से 1992 के बीच) विधायक रह चुके हैं, जिसमें खूंटी और तमाड़ से तीन-तीन बार विधायक रहे हैं. तमाड़ विधानसभा क्षेत्र से कालीचरण मुंडा दो बार (1992-2000) विधायक रह चुके हैं. वर्तमान में वे प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं.