जमशेदपुर : रेलवे की ओर से इस साल जितनी भी स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं उसमें काफी कम ट्रेनों को ही यात्रियों का रिस्पांस मिला है. अधिकांश ट्रेनें रेलवे के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है. कुछ इसी तरह की स्थिति टाटा-बनारस ट्रेन की रही है. रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेन तो चलाई जा रही है, लेकिन उसके हिसाब से रिस्पांस नहीं मिल रही है.
स्पेशल ट्रेनों में यात्रा नहीं करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि आम ट्रेनों की अपेक्षा ट्रेन का किराया ज्यादा होता है. ऐसे में रेल यात्री चाहकर भी स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने से संकोच करते हैं. हालाकि बाकी आम ट्रेनों की बात करें तो उसमें वेटिंग लिस्ट की लंबी लाइन होती है. बावजूद यात्री यात्रा करते हैं.
भीड़ से बचाने की है योजना
रेलवे की ओर से यात्रियों को भीड़-भाड़ से बचाने की योजना को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती है. ऐसे में ट्रेनों को रिस्पांस नहीं मिलने से रेलवे की योजनाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है.