सरायकेला : झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के बैनर तले मनरेगा कर्मियों के द्वारा ‘वादा निभाओ स्थाई करो’ मुहिम के तहत शुक्रवार को दूसरे दिन समाहरणालय के समक्ष तीन दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया. स्थायीकरण की मांग को लेकर जिले के लगभग 200 मनरेगा कर्मी गुरुवार से ही सांकेतिक रूप से धरना पर हैं. इससे मनरेगा एवं अन्य कार्य प्रभावित है. मनरेगा कर्मी शंकर सतपति ने बताया कि सरकार द्वारा स्थायीकरण के मुद्दे पर वादा किया गया था परंतु अपनी वादा से सरकार पीछे हट रही है.
मनरेगा कर्मियों की यह चरणबद्ध आंदोलन है. गुरुवार को धरना-प्रदर्शन के पश्चात कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था. शनिवार को इस सांकेतिक धरना का समापन होगा. जिसमें शनिवार शाम 5 बजे सरायकेला सामुदायिक भवन से लेकर पुराना बस स्टैंड तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा. अगर मनरेगा कर्मी की मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं किया जाता है तो 22 जुलाई से मनरेगा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. मनरेगा कर्मियों ने मुख्यमंत्री से झारखंड राज्य के मनरेगा कर्मियों की सेवा शर्त नियमावली में सुधार करते हुए सेवा स्थाईकरण एवं वेतनमान का प्रावधान किए जाने की मांग की है. धरना में अनिल मुर्मु, जॉन पीटर बागे, मनोज तियु आदि शामिल थे.