पूर्वी सिंहभूम :जोहर ग्रामीण विकास संघर्ष समिति की ओर से हाता में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. समिति के अध्यक्ष महीन सरदार ने कहा कि झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024 में जनजातीय भूमिज भाषा के आंकड़ों में सुधार को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जमशेदपुर उपायुक्त अनन्य मित्तल को मांगपत्र सौंपते हुए कहा कि झारखंड राज्य में आदिवासी भूमिज भाषा को द्वितीय भाषा का दर्जा प्राप्त है. बावजूद भूमिज भाषा के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.
आदिवासी भूमिज समाज के भूमिज भाषा का अतिक्रमण हुआ है. इसका दंश आज भी आदिवासी समाज के लोग झेल रहे हैं. पूरे कोल्हान प्रमंडल में 120 पद भूमिज भाषा जनजाति की शिक्षकों की नियुक्ति की मांग है. उसमें से पूर्वी सिंहभूम जिले में 75 भूमिज भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जाए.
विलुप्त की कगार पर
जनजाति भाषा विलुप्त की कगार पर है. ऐसी स्थिति में जनजातीय भाषा का आंकड़ा बढ़ाया जाए. प्रेसवार्ता में नंदलाल सरदार, श्रीकांत सरदार, लखपति सरदार, सुभाष सरदार आदि मौजूद थे