घाटशिला :घाटशिला के धरमबहाल में स्थित एरोमा केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड अवैध कारोबार का केंद्र बना हुआ है. सरकार की आंख में धूल झोंककर लाखों रूपये की हेरा फेरी की जा रही है. इस कंपनी में व्याप्त अनियमितता के खिलाफ स्थानीय लोगों ने संभागीय मुख्य विस्फोटक नियंत्रक रांची को आवेदन देकर जांचोपरांत उचित कार्रवाई की मांग की है.
मुख्य विस्फोटक नियंत्रक को लिखे गए शिकायत पत्र में यह कहा गया है कि एरोमा केमिकल्स घाटशिला केवल और केवल अवैध कार्यों का अड्डा बन गया है. इससे सरकारी राजस्व की क्षति तो हो ही रही है. साथ ही स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव का कारण बना हुआ है.
बिना जांच पड़ताल के ही बना दिया गया लाईसेंस
बताया जा रहा है कि इस कंपनी में व्याप्त अनियमितता के कारण पूर्व में इस कंपनी को प्रतिबंधित किया गया था लेकिन उसके बाद येन केन प्रकारेण इस कंपनी को बिना किसी जांच पड़ताल के फिर से नागपुर मुख्यालय से लाइसेंस निर्गत कर दिया गया. जिसके कारण फिर से अनियमितता प्रारंभ हो गई. इस कंपनी की पेट्रोलियम भंडारण की छमता केवल एक लाख पचास हजार लीटर की है लेकिन लाइसेंस दो लाख 65 हजार लीटर की ली गई है. यह ए ग्रेड के पेट्रोलियम का ना तो उपयोग करती है और ना ही उसे किसी रसायन का निर्माण करती है. इस लाइसेंस के आधार पर सारे रसायनों को कालाबाजारी कर बेच दिया जाता है. घाटशिला में स्थित इस कंपनी में एक नाइट गार्ड के सिवा कोई कर्मचारी भी नहीं है. केवल कागज कलम पर ही इस कंपनी को चालू स्थिति में दिखाया गया है.
ब्लैंक चेक ओर पेड के सहारे किया जा रहा है बलैकमेल
बताया जा रहा है कि इसके एक निदेशक से ब्लैंक चेक और पैड ले लिया गया है और उसके बदले में दूसरे निदेशक के द्वारा उन्हें ब्लैकमेल और अवैध कार्य किया जा रहा है. जिसकी शिकायत दूसरे निदेशक के द्वारा की गई है. इस कंपनी के संदर्भ में यह भी बताया जा रहा है सरकारी कार्यालय में फर्जी हस्ताक्षर के द्वारा सभी कार्य किए जा रहे हैं.
एक निदेशक रहते हैं कोलकाता
इस कंपनी के एक निदेशक सुनील मारवाह जो कोलकाता में रहते हैं. उनके द्वारा सभी फर्जीवाडा किया जा रहा है. शिकायत पत्र में यह भी कहा गया है कि कोलकाता में रहने वाले निदेशक सुनील मारवाह कभी भी इस कंपनी को देखने नहीं आते हैं. केवल कागज कलम के माध्यम से चारों कारोबार कोलकाता से ही चलाते हैं. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि इस कंपनी से यहां के किसी भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिल रहा है. बल्कि यह रासायनिक पदार्थ इस क्षेत्र के लिए कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकती है. यह केवल और केवल अवैध कारोबार के लिए चलाए जा रहा है. इसपर ग्रामीणों ने उचित जांच और कार्रवाई की मांग की है.