जमशेदपुर :झारखंड के जमशेदपुर से पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रविवार को बिहार के पटना में जदयू का दामन थाम लिया है. 2019 की चुनाव में भाजपा से विधानसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे सरयू राय ने निर्दलीय चुनाव जीतकर तब के मुख्यमंत्री रघुवर दास को पछाड़ा था. इसके बाद अपनी अलग पार्टी बनाई थी.
लोकसभा चुनाव के समय यह बात सामने आई थी कि सरयू राय को भाजपा की ओर से धनबाद से टिकट मिल सकती है, लेकिन अंततः ढुल्लू महतो को दे दिया गया था.
भाजपा पर कितना पड़ेगा प्रभाव
निर्दलीय विधायक सरयू राय के जदयू में शामिल होने पर इसका भाजपा पर कितना प्रभाव पड़ेगा इसी बात की चर्चा झारखंड में हो रही है. पूर्व मंत्री रहे सरयू राय के जदयू की सदस्यता लेने पर यह साफ हो गया है कि वे अब भाजपा की तरफ मुड़कर भी नहीं देखेंगे.
जदयू कार्यकारी अध्यक्ष के आवास पर ली सदस्यता
सरयू राय ने रविवार की शाम जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के आवास पर सदस्यता ली. इस मौके पर बिहार के मंत्री अशोक चौधरी, झारखंड जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो भी मौजूद थे.
एमपी सिंह की टिकट काटकर दी गई थी सरयू को टिकट
जब भाजपा की ओर से पहली बार सरयू राय को टिकट दिया गया था तब जमशेदपुर पश्चिम के विधायक एमपी सिंह हुआ करते थे. सीटिंग एमएलए होते हुए भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया था. इस सदमे को एमपी सिंह नहीं सह पाए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी.