जमशेदपुर : गर्मी के दस्तक देते ही खरकई नदी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। नदी का पानी कम होने लगा है। पानी का बहाव थम गया है। नदी में फेका जाने वाला कूड़ा-करकट अब नदी में तैरने लगा है। खरकई नदी के पानी में ही शहर के लोग अपने घरों का कूड़ा-करकट डाल रहे हैं। पानी को देखकर साफ लगता है कि यह दूषित हो गई है। बावजूद कूड़ा-करकट फेकने वाले लोग इससे बाज नहीं आ रहे हैं।
आदित्यपुर रोड ओवर ब्रिज से फेका जाता है कूड़ा
नदी में कूड़ा-करकट फेकने के लिए लोग रोड ओवर ब्रिज का ही अधिकांश सहारा लेते हैं। लोग बाइक व कार से आते हैं और कूड़ा-करकट फेककर चले जातेहैं। कूड़ा-करकट का ढेर नदी में आसानी से देखा जा सकता है। अब जबकि नदी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। लोग जान-बूझकर नदी में कूड़ा-करकट फेक रहे हैं।
दोनों जिले के लोगों फेक रहे हैं कूड़ा-करकट
नदी में सिर्फ आदित्यपुर के लोग ही नहीं बल्कि जमशेदपुर के लोग भी कूड़ा-करकट फेक रहे हैं। जानकार लोगों का कहना है कि खरकई नदी में सिर्फ आदित्यपुर के लोग ही नहीं बल्कि दूर-दराज के लोग भी रात के अंधेरे में आकर कूड़ा-करकट फेकने का काम करते हैं।
नदी के किनारे भी है गंदगी का अंबार
कू़डा-करकट फेकने का काम सिर्फ रोड ओवर ब्रिज से ही नहीं बल्कि नदी के किनारे सभी जगहों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ आसानी से देखा जा सकता है। कदमा तरफ की बात करें या मानगो ईलाके की। सभी तरफ नदी की हालत एक जैसी ही है। नदी में कूड़ा-करटर तैर रहा है। अगर यही रफ्तार रही तो आने वाले दिनों खरकई नदी का पानी और दूषित होगी।