जमशेदपुर : शहर के इतिहास में पहली बार कोई ग्रंथी गुरु घर का मुख्य सेवादार बना है, वह भी बैलेट पेपर के जरिये चुनाव जीतकर. इसे लेकर नामदाबस्ती गुरुद्वारा के नवनिर्वाचित प्रधान जत्थेदार दलजीत सिंह को जगह-जगह सम्मान दिया जा रहा है. इसी क्रम में शुक्रवार को सोनारी गुरुद्वारा में झारखंड सिख समन्वय समिति की ओर से नए प्रधान को गुरु की गोद में सम्मानित किया गया.
इसे भी पढ़ें : JAMSHEDPUR : ब्राउन शुगर सरगना के घर परसुडीह पुलिस वे चस्पा किया इस्तेहार
नए प्रधान का गर्मजोशी से हुआ स्वागत
समिति के संरक्षक एवं सीजीपीसी के पूर्व प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, प्रधान तारा सिंह, महासचिव सुखविंदर सिंह, चेयरमैन महेंद्र सिंह बोझा, महासचिव जसबीर सिंह पदरी, बलजीत सिंह, सीनियर मीत प्रधान दलजीत सिंह दल्ली आदि ने सरोपा देकर नए प्रधान का गर्मजोशी से स्वागत किया. मौके पर दलजीत सिंह ने सोनारी गुरुद्वारा कमेटी, झारखंड सिख समन्वय समिति की पूरी टीम के साथ सोनारी की संगत का धन्यवाद किया और भरोसा दिलाया कि नामदाबस्ती की कमेटी और संगत सदैव आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी.
ग्रंथी ज्ञानी रामप्रीत सिंह ने किया गुरवाणी कीर्तन
इस दौरान समिति की पूरी टीम के साथ प्रेस प्रवक्ता एवं पत्रकार चरणजीत सिंह, पत्रकार गुरदीप सलूजा और नामदाबस्ती से दलजीत सिंह एंड टीम को भी सरोपा देकर सम्मानित किया गया. इससे पूर्व संग्राद के दिहाड़े पर विशेष कीर्तन दरबार में ग्रंथी ज्ञानी रामप्रीत सिंह ने गुरवाणी कीर्तन कर संगत को निहाल किया और गुरवाणी के उपदेश अनुसार संगत को गुरु वाले बनने अर्थात अमृत संचार करने के लिए प्रेरित किया गया. अंत में धन्यवाद ज्ञापन सुखविंदर सिंह ने गुरु के वचनों अनुसार किया और संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर भी वितरण किया गया.
इसे भी पढ़ें : कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या के बाद देशभर में उबाल
काफी संख्या में टीम के सदस्य रहे मौजूद
कार्यक्रम में हरजीत सिंह विरदी, शमशेर सिंह सोही, एसके दर्शन, चरणजीत सिंह चन्नी, गुरप्रीत सिंह समेत सिख स्त्री सत्संग सभा की टीम भी मौजूद रही. इस दौरान समन्वय समिति के गठन के उद्देश्य से भी संगत को अवगत कराया गया.