पूर्वी सिंहभूम :झारखंड राज्य पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर पोटका के सभी पंचायत सचिव दो सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालिनी हड़ताल पर चले गए हैं. संघ का कहना है कि 2 माह से लगातार चरणबद्ध आंदोलन चल रहा था. बावजूद सरकार ने मांगों पर किसी तरह का विचार नहीं किया.
पंचायत सचिव संघ का कहना है कि सरकार द्वारा संचालित तमाम विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने का दायित्व पंचायत सचिवों के कंधों पर है. दुर्गम से दुर्गम स्थान से निकालकर जिला तथा राज्य तक दिन-रात कड़ी परिश्रम करके राज्य सरकार को उपलब्धि दिलाना चाहे अबुआ आवास हो या मांईयां सम्मान योजना. हम पंचायत सचिवों के कंधों पर जबरदस्ती लाद कर पहुंचने का दायित्व दिया गया है. बावजूद संघ की वर्षों लंबी जायज मांगों पर विभाग की शिथिलता के कारण संघ अपने आंदोलन को और उग्र करने को विवश है.
अख्तर हुसैन के बोल
पंचायत सचिव अख्तर हुसैन का कहना है कि दो सूत्री मांगों में मूल ग्रेड पे 2400 रुपये तथा प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के पद पर 25% में शेष प्रोन्नति वरीयता के आधार पर दिया जाए, आरक्षित 25% पद पर सीमित प्रतियोगिता परीक्षा तीन बार अवसर देते हुए रिक्त स्थानों को भरा जाए. इन मांगों को लेकर हमसब पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.