जमशेदपुर :शिक्षणसंस्थान के वाइस चांसलर एस कुमार शास्त्री ने कहा कि ज्योतिषाचार्य का झुकाव वास्तुशास्त्र की ओर काफी तेजी से हुआ है. उन्होंने बताया कि ज्योतिष शिक्षण संस्थान में ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तुशास्त्र के विषय में छात्रों को जो भी पढ़ाया जाता है वह सब विज्ञान पर आधारित सूत्रों को अनुसरण करते हुए पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है. यहां की पढ़ाई भारतवर्ष में किसी भी संस्था या किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाया जाता है. यह अपने आप में एक अनुठा उदाहरण है. विशेषतः वास्तुशास्त्र का पाठ्यक्रम ज्योतिष और विज्ञान आधारित होने के कारण पूरे भारतवर्ष में इसे एक अलग दर्जा प्राप्त है.
झारखण्ड राज्य के एक मात्र ज्योतिष शिक्षण संस्थान सेंटर आफ एस्ट्रोलॉजिकल स्टडी एण्ड रिसर्च फॉर पब्लिक वेलफेयर जमशेदपुर की ओर से आज हरेक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिष्टूपुर होटल बुलेवर्ड में शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक दिवस अनुष्ठान का आयोजन सुबह ग्यारह बजे किया गया.
वास्तुशास्त्र की गहन आलोचना
संस्था के वार्षिक आम सभा बैठक में जिन सदस्यों को चुना गया उन सभी लोगों का अभिषेक अनुष्ठान हुआ. डॉ तपन राय सभा अध्यक्ष, डॉ राजेश भारती सचिव, डॉ नरेन्द्र कुमार झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष चुना गया. संस्था के परिषद समिति के सदस्यों में सुप्रभा भट्टाचार्य, शुभलक्ष्मी बनर्जी, माधुरी कुमारी, मुनमुन राय, उषा सोनकर और पदमा कुमारी झा प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी के रूप में ज्योतिषी प्रज्ञानंद कुमार को चयनित किया गया. इसमें पुराने छात्रों ने अपना ज्योतिषिक अनुभव साझा किया. छात्रों के लिए व्यवहारिक कक्षा का भी प्रबंध किया गया. ज्योतिष, हस्तरेखा और वास्तुशास्त्र का विशेष रूप से गहन आलोचना की गई.
कमेटी का गठन
सेंटर ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल स्टडी एंड रिसर्च फॉर पब्लिक वेलफेयर जमशेदपुर की कमेटी का निर्माण किया गया. जिसमें संस्थापक सह वाइस चांसलर एस कुमार शास्त्री, डायरेक्टर जे भी मुरली कृष्णा, चेयरमैन डॉ तपन राय, अध्यक्ष अभिजीत चक्रवर्ती, उपाध्यक्ष विजय चक्रवर्ती, डॉ सुरेश झा, महासचिव डॉ राजेश भारती को बनाया गया.