रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रांची के नामकुम स्थित इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रिकल्चरल रिसर्च-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सेकेंड्री एग्रिकल्चर के शताब्दी समारोह में शामिल हुईं. समारोह से पहले महामहिम राष्ट्रपति का स्वागत झारखंडी संस्कृति और समारोह के साथ किया गया. कार्यक्रम में झारखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री, झारखंड की कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री आदि मौजूद थे. समारोह में हजारों की संख्या में लाह उत्पादन करने वाली महिलाएं भी मौजूद थी.
राज्य के लोग कृषि के प्रति गंभीर हैं
समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि इसी राज्य का एक जिला पलामू है जिसका नाम इसलिए पलामू रखा गया क्योंकि वहां पलाश लाहा और महुआ की बहुतायत कृषि होती है. यह बताता है कि इस राज्य के लोग कृषि के प्रति कितने गंभीर और जुड़े हुए हैं.
किसानों को खुशहाल देखना चाहती है सरकार- राज्यपाल
समारोह में राज्य के गवर्नर संतोष गंगवार ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि उत्पादन से जुड़े लोगों के चेहरे पर हमेशा खुशहाली देखना चाहती है. खासकर महिलाओं के मामले में केंद्र सरकार के कार्यों को देखने से यह साबित होता है
लाह उत्पादन में राज्य आगे- हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि लाह के उत्पादन में झारखंड अग्रणी राज्यों में गिना जाता है यह हमारा सौभाग्य है. हमने लाह को कृषि के दूसरे उपज का दर्जा देकर इससे जुड़े लोगों के जीवन में सुधार लाने का पूरा प्रयास किया है.
पीएम मोदी किसानों की आय दुगनी करना चाहते हैं- चौहान
समारोह को केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि देश के किसानों के चेहरे पर खुशियां रहे. केंद्र की सरकार देश के किसानों की आय दुगनी करने के लिए कृत संकल्प है. लगातार उस दिशा में काम कर रही है.