चक्रधरपुर : हर साल की तरह इस साल भी चक्रधरपुर में अंकित मेमोरियल चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. चक्रधरपुर इतवारी बाजार में स्थित केटू कॉम्प्लेक्स मैरेज हॉल में रविवार सुबह 9 बजे से प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. इस प्रतियोगिता में शामिल सैकड़ों बच्चों ने कोरे कागज पर रंग भरकर अपनी चित्रकला का बेहतरीन प्रदर्शन किया. पिछले साल की तुलना में इस साल भाग लेने वाले बच्चों की संख्या काफी ज्यादा थी. उनमें इस प्रतियोगिता में भाग लेने का उत्साह भी देखा गया.
बच्चों को बांटा गया था चार भागों में
चित्रकला में भाग लेने वाले बच्चों को चार भागों में बांटा गया था. ग्रुप ए कक्षा नर्सरी से केजी के बच्चों को रंग भरने दिया गया. वहीं ग्रुप बी कक्षा एक से तीन के बच्चों को बस का चित्र बनाने का टास्क दिया गया. ग्रुप सी कक्षा चार से छह के बच्चों को भारतीय ग्रामीण जीवन शैली का चित्र बनाने को कहा गया. वहीं ग्रुप डी कक्षा सात से दस के बच्चों को रेलवे स्टेशन का चित्र बनाने का टास्क दिया गया. चित्र बनाने के लिए सभी बच्चों को दो-दो घंटे का वक्त दिया गया जिसमें बच्चों ने अपनी कला की प्रतिभा को दर्शाया.
बेकार पड़े वस्तुओं का उपयोग
चित्रकला प्रतियोगिता के अलावे आर्ट एंड क्राफ्ट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इसमें कक्षा सात से उपर की कक्षा में पढने वाले बच्चों ने भाग लिया. भाग लेने के लिए बच्चों को घर पर बेकार पड़े वस्तुओं के स्तेमाल से बेहतरीन सुन्दर चीजें बनाकर अपनी हस्तकला का प्रदर्शन करने का टास्क दिया गया था. बच्चों ने अपनी बेहतरीन कला कौशल का परिचय देते हुए सुन्दर-सुन्दर वस्तुओं व मॉडल को बनाकर प्रस्तुत किया.
परिणाम आएगा 23 को
आयोजकों द्वारा बताया गया की इस चित्रकला प्रतियोगिता का रिजल्ट 23 सितम्बर को घोषित किया जायेगा. 23 सितम्बर को ही प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को रंगारंग कार्यक्रम के साथ केटू कॉम्प्लेक्स में सम्मानित किया जायेगा. इसके अलावे 23 सितम्बर को स्वर. अंकित पाण्डेय के नाम से सुबह पौधरोपण का कार्यक्रम होगा और शाम को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के समक्ष प्रभुजनों के बीच जन नायक समिति के सहयोग से भोजन वितरण का भी कार्यक्रम होगा.
उत्साहित हैं आयोजनकर्ता
अंकित मेमोरियल ट्रस्ट के प्रमुख सह आयोजनकर्ता रेलकर्मी एके पाण्डेय ने कहा की बच्चों में प्रतियोगिता को लेकर काफी उत्साह देखकर उनका भी मन काफी प्रफुल्लित हो उठा. उनकी कोशिश है की बच्चों को उनकी कला के लिए प्रोत्साहित किया जाए. यही वजह है की वे हर साल उनके स्वर्गीय बेटे अंकित पाण्डेय की याद में इस तरह का आयोजन कर बच्चों को बेहतर मंच देने की कोशिश करते हैं.
इनका रहा सक्रिय योगदान
इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में सरिता पाण्डेय, सुभाशीष चटर्जी, नागेश्वर प्रधान, अनवर खान, शाजिद, रणविजय कुमार, बाप्पा, परेश राठोर, मधुकर राठोर, हर्षद, आदि का विशेष योगदान रहा.