जमशेदपुर : पद्मश्री प्रोफेसर दिगंबर हांसदा का शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ पार्वती घाट में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन समेत,विभिन्न विधानसभा क्षेत्र के विधायक और जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी मौजूद थे जहां सभी ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। तिरंगे में लपेट उनके पार्थिव शरीर को करनडीह निवास स्थान से अंतिम यात्रा सुबह 10.30 बजे निकली। इसमें काफी संख्या में लोग शामिल थे।
श्रधांजलि देते मंत्री चम्पई सोरेन
करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज के संस्थापक पद्मश्री प्रोफ़ेसर दिगंबर हांसदा एलबीएसएम कॉलेज में प्राचार्य के तौर पर अपनी सेवाएं प्रदान की। संथाली भाषा को विश्व पटल पर ले जाने के लिए उन्होंने अभूतपूर्व योगदान दिया। शिक्षा व साहित्य के जगत में उनके द्वारा किए गए कार्य अतुलनीय है जहां उनके निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि 82 वर्षीय प्रोफेसर दिगंबर हांसदा ने करंडीह स्थित अपने निवास स्थान पर अंतिम सांसे ली। जहां शुक्रवार को दूसरे दिन पूरे राजकीय सम्मान के साथ बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में उन्हें अंतिम विदाई दी गई। उनके पुत्र ने उन्हें मुखाग्नि दी।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
इस दौरान मंत्री चंपई सोरेन, विधायक रामदास सोरेन, संजीव सरदार, मंगल कालिंदी, समीर महंती, पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा, जिले के उपायुक्त सूरज कुमार, एसएसपी एम तमिल वाणन समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों व उनके परिवार के सदस्यों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की। जहां सभी ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी, वही पुलिस जवानों ने तीन चक्र फायरिंग कर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मंत्री चंपई सोरेन ने उनके निधन को अपूर्ण क्षति बताया उन्होंने बताया आज जरूरत है उनके बताए रास्ते पर चलने की और उनके द्वारा किए गए कार्यों को प्रेरणा स्वरूप लेते हुए अपने जीवन में उतारने की।