रांची : झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार आर्यभट्ट सभागार रांची में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की ओर से आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के समापन समारोह में शामिल हुए. मौके पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा, एनएसएस, रांची के समन्व्यक डॉ ब्रजेश कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकगण, विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण व कर्मीगण मौजूद थे.
दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं
राज्यपाल ने कहा कि वे स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ और स्वस्थ भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में सक्रिय योगदान दें. स्वच्छता केवल सफाई का कार्य नहीं, बल्कि यह एक स्वस्थ और समृद्ध समाज की नींव है. सभी से अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जीवन स्वच्छता और सादगी का प्रतीक था. उनका जीवन हमें सिखाता है कि स्वच्छता केवल एक बाहरी सफाई नहीं है, बल्कि यह हमारे आंतरिक मन और समाज का भी प्रतिबिंब है. उन्होंने स्वच्छता को एक स्वस्थ समाज के लिए अनिवार्य माना. ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान पूज्य बापू की इसी विचारधारा पर आधारित है. इसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक में स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है.
10वीं वर्षगांठ का किया उल्लेख
‘स्वच्छ भारत अभियान’ की 10वीं वर्षगांठ का भी उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ ‘स्वच्छ भारत अभियान’ आज एक जन आंदोलन बन चुका है और लोगों को स्वच्छता हेतू प्रेरित करता है. राज्यपाल ने एनएसएस स्वयंसेवकों का इस अभियान में सक्रिय भागीदारी हेतू सराहना की. समाज में स्वच्छता का सकारात्मक संदेश पहुंचाना भावी पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का कार्य करेगा.