ASHOK KUMAR
आदित्यपुर : आदित्यपुर के प्रवीण सेवा संस्थान के दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन बुधवार को जमुई की विधायक सह निशानेबाजी में गोल्ड मेडलिस्ट श्रेयसी सिंह ने और ईचागढ़ के पूर्व विधायक मलखान सिंह उर्फ अरविंद सिंह ने किया. इसके पहले रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया था, जो लोगों को अपनी जगह पर बांधे रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी. झारखंड के संताल से लेकर पुरूलिया तक का नत्य देखने को मिला. देश के अलग-अलग समुदाय के लोगों को एक स्थान पर लाकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी संदेश दिया गया.
बेटियों को आगे बढ़ाएं और सम्मान दें- श्रेयसी सिंह
जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज बेटियों को आगे बढ़ाए और उन्हें सम्मान दें. साथ ही माता दुर्गा की अचर्ना करें. नारी सिर्फ माता ही नहीं है बल्कि वह रौद्र रूप भी धारण कर सकती है. उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड में कोई फर्क नहीं है. वह दोनों को बराबर मानती हैं. बिहार के साथ उन्हें झारखंड भी प्यारा लगता है.
दिग्विजय सिंह पूर्व में कर चुके हैं उद्घाटन
श्रेयसी सिंह के पिता पूर्व रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह आज नहीं रहे, लेकिन पहले वे इस पूजा पंडाल का उद्घाटन कर चुके हैं. श्रेयसी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उनसे सीख मिली थी कि जब आप आगे बढ़ रहे हैं तो गांव, समाज और घर को भी साथ लेकर चलें. दिल्ली में निशानेबाजी की ट्रेनिंग का जिक्र करते हुए कहा कि मैं दिल्ली में ही कुछ करना चाहती थी, लेकिन पिता ने कहा था कि नहीं तुम बिहार का प्रतिनिधित्व करो.
इसके बाद उन्हें 2014 में कॉमनवेल्थ में रजत पदक मिला था. इसके बाद 2018 में आस्ट्रेलिया में आयोजित निशानेबाजी में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया. उन्हें खुद को बिहार की बेटी कहने में शर्म नहीं होती है बल्कि छाती चौड़ा करके स्वीकार करती हैं कि वह बिहार की बेटी हैं.
पवित्र दिन है- अरविंद सिंह
ईचागढ़ के पूर्व विधायक और प्रवीण सेवा संस्थान पूजा समिति के संरक्षक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह ने कहा कि आज पवित्र दिन है. गांधी जी और शास्त्री की जयंती है. साथ में गौतम बुद्ध की भी जयंती है. तीनों अहिंसा के पुजारी थे. उनके निती-सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं. गौतम बुद्ध की अमृत वाणी अद्भुत है. समरसता से बनी है.
श्रेयसी सिंह के पिता दिग्विजय सिंह का जिक्र करते हुए अरविंद सिंह ने कहा कि जब वे रेल राज्य मंत्री बने थे जब लोगों को सबसे ज्यादा रेल में नौकरी मिली थी. उन्होंने भी एक बार पूजा पंडाल का उद्घाटन किया था. इस बार उनकी बेटी को मौका मिला है. आज श्रेयसी को काफी आगे जाना है. अगर उनके पिता जीवित होते तब उन्हें भी आर्शिवाद मिलता तो बड़े ओहदे पर रहते. उन्होंने लोगों को दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता दुर्गा का आर्शिवाद मिले और वे आगे बढ़े.