जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह के रहने वाले मेसर्स चद्रा आवास कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के हरेराम सिंह को अपनी ही तमुलिया की जमीन पर काम करवाने में परेशानी हो रही है. उनसे दबंगों ने 2.50 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी है. मामले को लेकर जब वे कपाली ओपी में गए तब वहां पर उनसे ओपी प्रभारी ने 50 लाख की मांग की अन्यथा काम बंद करने को कहा. अब हरेराम सिंह मामले को लेकर सरायकेला-खरसावां जिले के एसपी मुकेश कुमार लुणायत और झारखंड डीजीपी से शिकायत करने वाले हैं.
हेमलता नटवर लाल वखारीया से 2.85 करोड़ में खरीदी थी जमीन
हरेराम सिंह का कहना है कि उन्होंने तमुलिया में 231 कट्ठा जमीन का पावर ऑफ एटर्नी 2011 में लिया था. जमीन के एवज में मैंने हेमलता नटवर लाल वखारीया को 2.85 करोड़ रुपये दिया है. 2013 में पहले दो करोड़ रुपये दिया गया था. इसके बाद 85 लाख दिया गया. जमीन को लेकर पूर्व में केस भी किया गया था, लेकिन चांडिल कोर्ट से उन्हें डिग्री भी मिल चुकी है. बावजूद उन्हें काम करने नहीं दिया जा रहा है.
हाफिज और हितेश वखारीया मांग रहा 2 करोड़
हरेराम सिंह का आरोप है कि अब जमीन पर काम रोकवा दिया गया है और मानगो का हाफिज और हितेश वखारीया 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहा है. हरेराम का आदमी जब मझला मामले को लेकर कपाली ओपी में गया था तब वहां पर प्रभारी की ओर से 50 लाख रुपये की मांग की गई.
थाना प्रभारी ने क्या कहा
मामले में थाना प्रभारी सोनु कुमार का कहना है कि उनपर लगाया गया आरोप बबुनियाद है. उनके पास हेमलता वखारीया शिकायत लेकर आई थी और कहा था कि वह आत्मदाह कर लेगी. इसके बाद उन्होंने जमीन पर काम बंद करवाया है. मामले को लेकर सीओ को भी चिट्ठी लिखेंगे. वहीं हेमलता का बेटा हितेश का कहना है कि हरेराम सिंह ने 2.15 करोड़ रुपये जमीन के एवज में दिया है लेकिन वे उनसे और रकम की मांग कर रहे हैं. धोखाधड़ी कर जमीन अपने नाम करने का भी आरोप लगाया है. पावर ऑफ एटर्नी तो दिया था, लेकिन उन्होंने अपने नाम ही सारी जमीन कर ली.