Home » जमशेदपुर : गोलमुरी गोलचक्कर की बस-ट्रक स्टैंड हटाने की धमकी देने का किया विरोध, 24 साल पहले डीसी की पहल पर दी गई थी जमीन, अब टाटा स्टील की गुंडापार्टी कर रही है परेशान
जमशेदपुर : गोलमुरी गोलचक्कर की बस-ट्रक स्टैंड हटाने की धमकी देने का किया विरोध, 24 साल पहले डीसी की पहल पर दी गई थी जमीन, अब टाटा स्टील की गुंडापार्टी कर रही है परेशान
जमशेदपुर : गोलमुरी गोलचक्कर के पास बस-ट्रक स्टैंड की जमीन को खाली करने के लिए टाटा स्टील की गुंडापार्टी शुक्रवार को पहुंची थी और वाहन लगाने वाले लोगों को चेतावनी दी कि वे जगह खाली कर दें। खाली नहीं करने पर क्रेन से पार्किंग स्टैंड को समतल कर देने की भी चेतावनी दी गई है। इसका विरोध मिनी बस ट्रक ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से किया गया है। स्टैंड को खाली करने के पहले जगह देने की मांग भी एसोसिएशन की ओर से की गई है।
सुबह अचानक पहुंच गई गुंडापार्टी
मिनी बस ट्रक ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बलदेव सिंह मेहरा ने बताया कि टाटा स्टील की गुंडापार्टी के लोग कुछ अधिकारियों के साथ पहुंचे हुए थे। सभी ने उन्हें धमकी दी है कि जगह को खाली कर दें अन्यथा जमींदोज कर दिया जाएगा। इससे वहां पर वाहन लगाने वाले लोग इसका भारी विरोध कर रहे हैं।
वर्ष 1997 में डीसी की पहल पर दी गई थी जमीन
गोलमुरी गोलचक्कर के पास बस और ट्रक स्टैंड के लिए वर्ष 1997 में डीसी की पहल पर जमीन दी गई थी। तब एसपी अनिल पाल्टा हुआ करते थे। अधिकारियों ने वार्ता करने के बाद सरकारी जमीन को स्टैंड के लिए दिया था।
गड्ढे की जमीन समतल किया
एसोसिएशन के बलदेव सिंह मेहरा ने बताया कि जब जमीन दी गई थी, तब वहां की जमीन तालाब जैसी थी। इसको भरकर बराबर कराने के बाद इसे पार्किंग स्टैंड का रूप दिया गया था। इस स्टैंड में 200 से ज्यादा की संख्या में वाहनों को लगाने का काम किया जाता है। तब भी एसोसिएशन की ओर से स्टैंड के लिए जगह देने की मांग डीसी और एसपी से की गई थी।
एक साल से परेशान कर रही है गुंडापार्टी
टाटा स्टील की गुंडापार्टी की ओर से पिछले एक साल से बस स्टैंड को कब्जा लेनेका प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर दो माह पूर्व डीसी को ज्ञापन सौंपकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने का भी काम किया गया था।
सीएम से करेंगे शिकायत
पूरे मामले में बलदेव सिंह मेहरा ने कहा है कि इसकी शिकायत वे राज्य के सीएम से करेंगे। सीएम से मांग की जाएगी कि वे 24 सालों से यहां पर वाहनों को खड़ी कर रहे हैं। अगर उन्हें यहां से विस्थापित कर दिया जाता है तो उनके लिए एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाएगी।