जमशेदपुर : कभी झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा ने अपनी नई पार्टी जय भारत समानता पार्टी बनाई थी. तब उन्हें चुनाव चिन्ह के रूप में कैंची ही मिली थी. तब इस बात की चर्चा होती थी कि जिसको कैंची छाप से टिकट मिल गया उसकी जीत सुनिश्चित है, कुछ इसी तरह की चर्चा में जयराम महतो इस बार की विधानसभा चुनाव के बाद आ गए हैं. जयराम की पार्टी का नाम जेकेएलएम है और उन्होंने अपनी सीट तो बचा ली है, लेकिन उनके 70 प्रत्याशी चुनाव में हार गए हैं.
झारखंड में बना ली है पहचान
जयराम महतो ने विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में अपनी अलग पहचान बना ली है. भाजपा और झामुमो के बाद जेकेएलएम तीसरी पार्टी के रूप में उभरी है जो लोगों के जेहन में घूम रही है. आगे चलकर हो सकता है कि नई पार्टी पर लोग भरोसा करें और मौका भी दें.
आजसू और भाजपा की हार का कारण है जेकेएलएम
आजसू और भाजपा की लुटिया डूबोने में भी जयराम महतो की पार्टी का कम हाथ नहीं है. जहां से भी उनके प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा वहां पर अच्छी-खासी वोट लेकर आए हैं. कहीं पर दूसरे नंबर पर रहे तो कहीं तीसरे नंबर पर.