सरायकेला : जिले के सभी पंचायतों को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहल शुरू कर दी गई है. अभियान में पंचायत के मुखिया, चिकित्सा पदाधिकारी, शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और ग्राम स्तरीय सदस्य प्रमुख भूमिका में रहेंगे. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के सभी पंचायत को तंबाकू मुक्त घोषित करने के लिए बीड़ा उठाया गया है. इसके लिए 15 दिनों के अंदर सभी पंचायत में तंबाकू नियंत्रण समिति का गठन करते हुए आगे की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी. सिविल सर्जन ने कहा है कि तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
कमेटी में मुखिया होंगे अध्यक्ष
जिले के सभी पंचायतों में विलेज लेवल तंबाकू कंट्रोल कोऑर्डिनेशन कमेटी (वीएलसीसी) का गठन किया जाएगा. इसमें ग्राम पंचायत के मुखिया अध्यक्ष होंगे, जबकि पंचायत के चिकित्सा पदाधिकारी उपाध्यक्ष, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी सदस्य सह समन्वयक के रूप में कार्य करेंगे. एएनएम, शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, सम्मानित व्यक्ति, दो युवा सदस्य, आदिवासी जनजाति से दो महिला, सखी मंडल के सदस्य विलेज लेवल तंबाकू कंट्रोल कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य शामिल होंगे.
गांव में नुक्कड़ नाटक का होगा आयोजन
सिविल सर्जन ने बताया कि ग्राम स्तर पर तंबाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जन जागरूकता कार्यक्रम जैसे रैली, प्रभात फेरी, चित्रकला प्रतियोगिता, वाद- विवाद प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि का भी आयोजन करने के लिए यह कमेटी सहयोग करेगी. ग्राम स्तर पर सभी सरकारी भवनों को तंबाकू मुक्त घोषित किए जाने के लिए यह परिसर भवन तंबाकू मुक्त है का बोर्ड लगाने, दीवाल लेखन और उसका अनुपालन करने के लिए यह कमेटी सक्षम होगी. इसके अलावा पंचायत में आने वाले सभी स्कूलों में तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान गाइड-लाइन का अनुपालन करने के लिए स्कूल के प्राचार्य को सहयोग करने के लिए भी यह कमेटी कार्य करेगी.
धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाने की कवायद
समिति के सदस्य यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी व्यक्ति द्वारा ग्राम स्थल, अखाड़ा, ग्राम चबूतरा तथा खुले में धूम्रपान का सेवन नहीं करेंगे. गांव के सभी दुकानदार कोटपा 2003 अधिनियम की विभिन्न धाराओं का अनुपालन करेंगे. जन आरोग्य समिति के साथ मिलकर बैठक करेंगे.