ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के माउंट एकेडमी मिलन चौक व मध्य विद्यालय कुटाम में सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार की महत्वाकांक्षी गुरु शिष्य परम्परा योजना अन्तर्गत कार्यशाला व प्रस्तुति का आयोजन किया गया. नटराज कला केन्द्र चोगा के नन्हे मुन्ने कलाकारों ने मानभूम शैली का छऊ नृत्य प्रस्तुत कर स्कूली बच्चों को कला संस्कृति के प्रति जागरूक किया गया. देवताओं का मेल छऊ और असुरों की विरता पर छऊ नृत्य प्रस्तुत किया गया.
स्कूली बच्चों ने छऊ की बारीकियों को समझा
स्कूल के बच्चे जहां छऊ नृत्य कला से अभिभूत हुए वहीं छऊ कला की बारीकियों को समझा. नटराज कला केन्द्र के सचिव प्रभात कुमार महतो ने माउंट एकेडमी के बच्चों को छऊ नृत्य व कला संस्कृति के संबंध में जानकारी दी. बच्चों को बताया कि पढ़ाई के साथ ही मनोरंजन भी जरूरी है. अपने विलुप्त होते कला संस्कृति को आत्मसात करने की जरूरत है. अपने विरासत में मिली सांस्कृतिक छऊ नृत्य को आज सिर्फ भारत ही नहीं वल्कि विदेशों में भी अपनाया जा रहा है.
युवा पीढ़ी कला-संस्कृति से हो रहे दूर
बच्चों को छऊ के प्रति जागरूक करने के लिए कुछ बच्चों को छऊ नृत्य का गुर भी सिखाए. नटराज कला केन्द्र चोगा के नन्हे मुन्ने कलाकारों द्वारा ही छऊ कला प्रस्तुत कर बच्चों को छऊ के प्रति आकर्षित किया. नटराज कला केन्द्र के सचिव प्रभात कुमार महतो ने बताया कि भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा गुरु शिष्य परम्परा योजना चलाया जा रही है. इसमें विद्यालयों में बच्चों को कला संस्कृति के प्रति जागरूक कर प्रेरित करना है. नये युवा पीढ़ी परम्परागत कला संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं. बच्चों को भी इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से चयनित विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.