जमशदपुर : आदिवासी और आदिम जनजाति समुदाय के लिए गुड़ाबंदा में झारखंड सरकार की ओर से आवासीय आश्रम विद्यालय तो खोल दिया गया है, लेकिन स्कूल के बच्चों को भरपेट भोजन के लिए भी तरसना पड़ रहा है. छात्राओं को जब यह सब बर्दाश्त नहीं हुआ तब मामला सीओ और बीडीओ तक पहुंचा. समस्या को जानने के बाद दोनों अधिकारियों ने कहा कि अब इसकी जांच होगी.
छात्राओं की संख्या है 180
गुड़ाबंदा आवासीय विद्यालय में कुल 180 छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रही है. इसमें से 62 छात्राएं बीडीओ और सीओ से मिली थी. स्कूल का संचालन स्लाइड संस्था की ओर से का जा रहा है.
कक्षा 6 से 10 तक की होती है पढ़ाई
आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 से लेकर 10 तक की पढ़ाई होती है. गुड़ाबंदा के इस विद्यालय में खान-पान की व्यवस्था ऐसी है यह कोई नई बाद नहीं है. मामला सामने तब आया जब स्कूल की छात्राएं आंदोलन के लिए सड़क पर उतर गई.
जमीन पर बैठकर करती है पढ़ाई
स्कूल में व्यवस्था का आलम यह है कि छात्राओं को जमीन पर बैठकर पढ़ना पड़ता है. इस जानकारी संबंधित सभी अधिकारियों को है, लेकिन किसी की तरफ से ठोस पहल नहीं की गई है अब मामला सामने आने के बाद अधिकारी कह रहे हैं कि इसकी जांच करायी जाएगी.