सरायकेला-खरसावां : जिले के चांडिल स्थित ऐतिहासिक हारुडीह-धातकीडीह मेला में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। मेला में झारखंड के अलावे बिहार, ओड़िसा एवं पश्चिम बंगाल के लोग मेला में पहुंचे थे। मेला में सांस्कृतिक झलक दिखी। जिसमे कलाकारों ने झुमुर नृत्य, छऊ नृत्य, बाई नृत्य एवं संथाली ड्रामा प्रस्तुत किया। सरस्वती पूजा के अवसर पर होने वाले इस ऐतिहासिक मेला का 24 फरवरी को समापन होगा।
110 सालों से हो रहा है मेला का आयोजन
पिछले 110 वर्षों से इस मेले का आयोजन होता आ रहा है। चांडिल एवं आसपास के क्षेत्र में यह मेला काफी प्रसिद्ध है। मेला में झूला, मुर्गा लड़ाई समेत बच्चों के मनोरंजन के कई साधन हैं । कई ग्रामीण मेले में अपनी जरूरत के सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं । सुरक्षा को लेकर मेला में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। देर रात तक मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। जहां कलाकार मेले में पहुंचने वाले ग्रामीणों को मनोरंजन कर रहे हैं। मेला में पहुंचने वाले ग्रामीण सरस्वती मंदिर में मत्था जरूर टेकते हैं।