जमशेदपुर : मिथिला सांस्कृतिक परिषद जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित विधापति सभागार में धर्म रक्षीणी पौरोहित्य महासंघ की बारहवां स्थापना दिवस परंपरागत ढ़ंग से मनाया गया. कार्यक्रम का श्री गणेश सामूहिक स्वस्तिवाचन और दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा सदस्य सरयू राय उपस्थित थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पूरोहित समाज सनातन समाज के कई सदियों से चलते आ रहा है. पुरोहित के बगैर कोई संकल्प पूरा नहीं हो पाता है. श्री राय ने कहा कि पुरोहित समाज के रिश्ते को मजबूत करता है. उन्होंने कहा कि पुरोहित पद्धति और पुरोहित समाज हमेशा जनहित में होता है, जब तक पुरोहित समाज का हस्तक्षेप नहीं होता है तब तक संकल्प पूरा नहीं होता है. पुरोहित यजमान को संकल्प दिलाते हैं. पुरोहित पूरे मंत्रोच्चार और पोथी पद्धति के द्वारा संकल्प को पूरा कराते हैं. श्री राय ने कहा कि धर्म रक्षीणी पौरोहित्य महासंघ की मांग को यथाशीघ्र पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वर्णरेखा नदी के तट पर शेड का निर्माण किया गया है. इसके अलावा एक और शेड का निर्माण किया जाएगा. श्री राय ने कहा कि लक्ष्मी नारायण मंदिर विडला मंदिर में पुरोहितों के लिए आध्यात्मिक केंद्र का निर्माण किया जाएगा, जिसमें शहर के पुरोहित इसका लाभ उठा पाएंगे. (नीचे भी पढ़ें)
इस स्थापना दिवस समारोह में जमशेदपुर के विभिन्न स्थानों से आचार्यगण उपस्थिति हुए. संघ के अध्यक्ष पंडित बिपीन कुमार झा संघ के सभी कार्यों को बताते हुए समाज के प्रति संघ का दायित्व क्या होना चाहिए, इस पर जोर दिया. श्री झा ने अपने संबोधन में कहा कि धर्म की रक्षा करना पौरोहित्य समाज का कर्तव्य है. हम समाज के आचार्य संगठित होकर धर्म की रक्षा के लिए संस्कृति एवं भाषाओं की जननी संस्कृत को संवर्धन के लिए राज्य सरकार से वेद अध्ययन अनुशीलन का केंद्र जमशेदपुर में स्थापित करने का मांग करेंगे. संघ के सचिव उमेश कुमार तिवारी ने भी संघ के कार्यों को बताते हुए संघ के उत्थान पर जोर दिया. (नीचे भी पढ़ें)
इस स्थापना दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मनोज कुमार चौधरी, डॉ पवन पांडेय, कमल किशोर, मोहन ठाकुर और धर्मेश कुमार झा उर्फ लड्डू झा, पं उमेश शास्त्री भी मौजूद थे. उन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किए. साथ ही विशिष्ट अतिथियों को भी महासंघ के पदाधिकारी पं. दिलीप कुमार पाण्डेय, पं मुन्ना पांडेय, पं राम अवधेश चौबे, पं वृजकिशोर शास्त्री, पं परशुराम पाण्डेय ने शॉल ओढ़ाकर और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. इससे पहले स्वागत भाषण धर्म रक्षीणी पौरोहित्य महासंघ के अध्यक्ष पं विपिन कुमार झा ने किया. मंच का संचालन पं उमेश कुमार तिवारी ने किया. महासंघ के द्वारा अतिथियों को शाल ओढ़ाकर और बूके देकर सम्मानित किया गया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन राज कुमार मिश्रा ने किया.