झारखंड : झारखंड के हजारीबाग में दो दिन पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के एक कार्यकर्ता की हत्या में कथित रूप से शामिल 26 वर्षीय एक व्यक्ति रामगढ़ जिले में पुलिस के साथ शनिवार को हुई मुठभेड़ में मारा गया. उसकी पहचान कुख्यात राहुल तुरी उर्फ आलोक के रूप में हुई है, जिसने रामगढ़, हजारीबाग समेत आस-पास के पांच जिलों में आतंक मचा रखा था.
जानकारी के मुताबिक कुजू चौकी पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत मुरपा गांव में यह मुठभेड़ हुई. रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया, ‘‘कुख्यात अपराधी राहुल तुरी उर्फ आलोक रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस बलों की संयुक्त टीम के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया.’’ अधिकारी ने बताया कि राहुल से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था लेकिन उसने गोलियां चला दीं, जिसके बाद पुलिसकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि तुरी झामुमो नेता संतोष सिंह की आठ जनवरी को हुई हत्या में कथित रूप से शामिल था. इस मामले की जांच के लिए बड़कागांव अनुमंडल पुलिस अधिकारी पवन कुमार की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
सहयोगी चढ़ा पुलिस के हत्थे
पुलिस ने तुरी के एक साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. बता दें कि आठ जनवरी को उरीमारी के पारगढ़ा बड़कीटांड़ में झामुमो नेता व सीसीएलकर्मी संतोष सिंह की हत्या अपराधियों ने कर दी थी. आलोक ने ही हत्या की जिम्मेवारी ली थी. हजारीबाग पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया था. टीम में चरही थाना प्रभारी, उरीमारी ओपी प्रभारी, बड़कागांव प्रभारी शामिल थे.