जमशेदपुर : झारखंडवासी एकता मंच की ओर से आगामी 21 जनवरी (मंगलवार) को बिष्टुपुर गोपाल मैदान में विराट टुसू मेला का आयोजन किया जाएगा. इस वर्ष भी मेला में टुसू प्रतिमा व चौड़ल लेकर आनेवाले प्रतिभागियों को अलग अलग श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा. साथ ही, बुढ़ी गाड़ी नाच प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करनेवालों को भी नकद इनाम दिए जाएंगे. सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार देकर उनका मनोबल बढ़ाया जाएगा. पुरस्कार के मद में सांत्वना पुरस्कार छोड़कर तीन श्रेणियों (टुसु, चौड़ल व बुढ़ी गाड़ी नाच) में कुल 15 पुरस्कार दिए जाएंगे. यह जानकारी मंच के मुख्य संयोजक आस्तिक महतो व संयोजक सह सांसद विद्युत वरण महतो ने सोनारी स्थित निर्मल भवन में पत्रकार सम्मेलन में संयुक्त रूप से दी.
उन्होंने बताया कि मेला में झारखंड सहित ओड़िशा, पश्चिम बंगाल तथा छत्तीसगढ़ राज्य के कई जिलों से भी कई लोग व समिति मेला में भाग लेंगे. सुबह 7 बजे से ही लोग मेला में टुसु व चौड़ल लेकर पहुंचने लगते हैं. बताया कि मेले की शुरुआत वर्ष 2006 में पूर्व सांसद स्व. सुनील महतो ने की थी. तभी से आज तक हर वर्ष 21 जनवरी को टुसू मेला का आयोजन हो रहा है. मेला में आनेवालों की सुरक्षा के लिए मंच के कार्यकर्ता सक्रिय रहेंगे. संवाददाता सम्मेलन में विद्युत महतो, आस्तिक महतो के साथ फणीन्द्र महतो, सुखदेव महतो, बबलू महतो, सचिन महतो, गोपाल महतो, करमू हांसदा, धनंजय महतो, चुनका मार्डी, कमल महतो, विजय महतो, अशोक महतो, ओपा सिंह, कैलाश सिंह सहित कई सदस्य मौजूद थे. (नीचे भी पढ़ें)
सांसद विद्युत महतो ने कहा कि बदलते परिवेश में परिधान के साथ साथ सोच न बदले, इसलिए इस पर्व के रीति रिवाज को जीवित रखने की ज़रूरत है. हर जगह मकर व टुसु पर्व के महान विरासत को कायम रखने की जिम्मेवारी आनेवाली पीढ़ी पर है. उन्होंने राज्य सरकार से टुसु पर तीन दिन की छुट्टी घोषित करने की मांग की.
वहीं, मंच के मुख्य संयोजक आस्तिक महतो ने कहा कि गत वर्ष लगभग 200 से अधिक टीम पहुँची थी, उम्मीद है कि इस बार और अधिक टीम पहुंचेगी. उन्होंने अन्य समाज के लोगों को भी मेला में आकर अपनी संस्कृति व कला को प्रदर्शित करने का आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेश के लोग भी आएं और झारखंड की संस्कृति को नजदीक से देखें. साथ ही युवाओं से उन्होंने अपनी संस्कृति व धरोहर को बचाने की अपील की.