झारखंड : राजधानी रांची की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने दो लाख के इनामी पीएलएफआई का जोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी को लोहरदगा से धर-दबोचा है. वह 51 मामलों में फरार चल रहा था. यह जानकारी रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम ने लोहरदगा पुलिस की मदद से गुप्त सूचना के आधार पर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान को कुडू के धोबीघाट से गिरफ्तार किया. उसके खिलाफ रामगढ़, लातेहार, चतरा, रांची और लोहरदगा जिले के विभिन्न थानों में कुल 51 मामले दर्ज हैं. पुलिस ने उसके निशानदेही पर नकटा पर्वत क्षेत्र के अंबाटांड जंगल में स्थित क्षतिग्रस्त मकान में स्थित बैग में छुपे हुए एक कार्बाइन, 6 राउंड गोलियां और एक कंबल बरामद किया है.
रंगदारी वसूलने में था माहिर
पुलिस के हत्थे चढ़ा रंगदारी वसूलने में माहिर माना जाता था. उसके निशाने पर जमीन कारोबारी, कोयला कारोबारी, क्रशर कारोबारी, ईंट भट्ठा मालिक और विकास कार्य में लगे ठेकेदार रहते थे. वह उनसे रंगदारी के तौर पर मोटी रकम मांगता था और रंगदारी की रकम नहीं मिलने पर वह अपने साथियों के साथ आगजनी, तोड़फोड़, गोलीबारी और हत्या जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. इस तरह की घटनाओं को वह राजधानी रांची के अलावा लोहरदगा, रामगढ़, लातेहार, खूंटी अन्य जिलों में भी अंजाम दे चुका है.
2021 में पुलिस लॉकअप से हुआ था फरार
वर्ष 2021 में रांची पुलिस ने कृष्णा यादव उर्फ को गिरफ्तार किया था, उसके बाद एक मामले में पूछताछ के लिए उसे लातेहार पुलिस पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था. तब उसे बालूमाथ थाने के लॉकअप में रखा था. लेकिन बेहद ही शातिर माना जानेवाला सुल्तान 23 मार्च 2021 की सुबह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. तब से पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश थी. बावजूद वह इतने लंबे समय तक न सिर्फ पुलिस की पकड़ से दूर रहा, बल्कि एक के बाद आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती भी दे रहा था. इस बार भी गिरफ्तारी के बाद वह भागने की कोशिश किया था. बावजूद इसके, आखिरकार पुलिस ने उसे धर ही दबोचा. पुलिस की इस छापेमारी टीम में खलारी डीएसपी रामनारायण चौधरी, खलारी थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह, मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी गोविंद कुमार समेत कई अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल रहें.