Gamhariya : सरायकेला जिले के गम्हरिया स्थित टायो कॉलोनी के जर्जर फ्लैट के धराशायी होकर गिरने के बाद भी लोग जान हथेली पर लेकर अब भी उसी तरह के जर्जर फ्लैट में रहने को विवश हैं. इस मामले में प्रभावितों को जगह-जगह से आश्वसन तो जरूर मिल रहा है, लेकिन कंपनी प्रबंधन या अन्य स्तर पर उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. इससे लोग हलकान है. (नीचे भी पढ़ें)
इस बीच मंगलवार को कंपनी प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी फ्लैट्स को अयोग्य घोषित कर घेराबंदी कर सील किया गया है. ताकि लोग वहां आने जाने से परहेज करें. वहीं दूसरी ओर फ्लैट में रह रहे लोगों ने भी ठाना है कि जब तक उनके लिए रहने की समुचित व्यवस्था नहीं होती है, तब तक लोग सड़क पर ही परिवार के साथ ठंड में खुले आसमान के नीचे रहेंगे. (नीचे भी पढ़ें)
टायो संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व टायो कर्मी अजय शर्मा ने कहा है कि टाटा कंपनी प्रबंधन टायो कर्मियों के साथ कंपनी बंद होने के बाद से सौतेला व्यवहार कर रही है. वैसे तो टाटा घराना अपने मानवीय और सामाजिक मूल्यों के लिए विश्व विख्यात है, लेकिन टायो मामले में कंपनी का ऐसा रवैया दिल दुख देता है. यहां बता दें कि टायो कॉलोनी के दो फ्लैट सोमवार की शाम भरभराकर गिर गया था. (नीचे भी पढ़ें)
बावजूद इसके, गनीमत यह रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. बावजूद इसके उस हादसे के बाद वहां रह रहे लोगों को भारी मुसीबत में आ गए हैं. अब देखना होगा कि उन्हें राहत देने को लेकर किस स्तर से कब कोई ठोस कदम उठाया जाता है. फिलहाल तो प्रभावित लोग किसी वैकल्पिक व्यवस्था के इंतजार में ही हैं.