जमशेदपुर : 22 नवम्बर को मनाया जाने वाला गोपाष्टमी पर्व इस बाद सादगी के साथ मनाया जाएगा। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण सभी गौशालाओं में सादे रूप से सिर्फ गौ पूजन किया जाएगा और पूरे विश्व को कोरोना से निजात दिलाने की गौ माता से प्रार्थना की जाएगी। इस सन्दर्भ में एक प्रेस रिलीज जारी कर झारखंड की सभी गौशालाओं के प्रांतीय संगठन झारखंड प्रादेशिक गौशाला संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल मोदी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि हिन्दू धर्म मे गौ माता का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म की संस्कृति और आत्मा गौ माता में बसती है। भारतवर्ष में यूं तो प्रत्येक दिन गौ माता की पूजा होती है। परंतु कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी मनाई जाती है। इस पर्व का गौशालाओं के संदर्भ में विशेष महत्व है।
गोपाष्टमी के दिन महिलाएं अपनें पारंपरिक परिधान पहन पूरे विधि-विधान और श्रद्धा से गौ पूजन करती है और अपने परिवार एवं समाज की सुख शांति एवं ऐश्वर्य वृद्धि हेतु प्रार्थना करती है। इस अवसर पर प्रदेश भर के गोपाष्टमी पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते थे। परंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण सभी गौशालाओं में सादे रूप से सिर्फ गौ पूजन किया जाएगा। अनिल मोदी ने प्रदेश के सभी धर्म प्रेमी गौ बंधुओं से आग्रह किया कि वे कोरोना महामारी में अपने एवं अपने परिवार का ख्याल रखें एवं कोविड नियमों के अनुपालन के साथ गौ पूजन करें।