जमशेदपुर : शहर के बिष्टूपुर बेल्डीह चर्च में वार्षिक आम सभा में में आज काफी हंगामा हुआ। मामला बेल्डीह चर्च के सदस्यों के बीच पैसों के बंदरबांट औऱ दूसरी अव्यवस्था का है। मामले को लेकर चर्च के कस्टोडियन ने भी सवाल उठाया, लेकिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। हालांकि उनका कहना है कि वे चर्च के आजीवन सदस्य हैं।
चुनाव के पहले कमेटी अपना हिसाब दे
वर्तमान में कमेटी अपना चुनाव कराने को तैयार है, लेकिन उनका कहना है कि पहले कमेटी लाखों रुपए का हिसाब किताब दे, इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू करे। इन सब मामलों को लेकर आज काफी हंगामा हुआ। बता दें कि ईसाई सर्विस सोसायटी द्वारा संचालित बेल्डीह चर्च का वार्षिक चुनाव का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आज आमसभा होना था, जिसमें कुछ सदस्यों ने अपना विरोध प्रगट करते हुए हंगामा किया।
आठ लाख रुपये का घोटाला का आरोप
नवल का कहना है कि 8 लाख रुपया किसी अधिकारी को देने का जिक्र कर पैसा का घोटाला किया गया है। जिसका हिसाब नहीं दिया गया। साथ ही कई अन्य कई गड़बड़ियों के बावजूद आम सभा बुलाई गई थी। चुनाव से पहले पूरा मामला साफ करने को कहा गया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बेल्डीह चर्च के कस्टोडियन नवल ने बताया कि 28 फरवरी को एजीएम होनी थी। हमलोग यहां कमेटी से सवाल-जवाब करने पहुंचे थे। पूर्व में डीबीआर चोरी हुई थी। 8.5 लाख कैश का मिलान नहीं हो रहा है।
अध्यक्ष ने एसडीओ को चुनाव के लिए लिखा था पत्र
अध्यक्ष ने एसडीओ को पत्र लिख हर साल चुनाव कराने को कहा था, लेकिन एसडीओ का ट्रांसफर होते ही दो साल तक पद पर जमे रहे औऱ कमेटी का संचालन किया। उन्होंने कहा कि बेल्डीह चर्च क्रिश्चियन सर्विस सोसायटी द्वारा संचालित होता है। यहां अवैध निर्माण भी किया गया, जिसका विरोध किया था। कमेटी का कहना था कि 8.35 लाख किसी सरकारी अधिकारी को दी है। इसे लेकर आवाज उठायी तो हमें बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जो भी कमेटी की गलत नीतियों का विरोध करता है, उसे बाहर कर दिया जाता है।
सभी आरोप बेबुनियाद
वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप ने बताया यह विरोध करने वाले लोगों की सदस्यता समाप्त हो गयी है और वे बेकार का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण सभा रद की गई है। अभी अंदर जो बैठक हो रही है, उसे वे नहीं मानते क्योंकि अंदर कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनकी सदस्यता समाप्त हो चुकी है औऱ कुछ निलंबित हैं।