चाईबासा : वेदांता कंपनी ने सरकार की ओर से संचालित आंगनबाड़ी को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का बीड़ा उठाया है । सारंडा के मनोहरपुर स्थित 150 आंगनबाड़ी केंद्रों को वेदांता ने पुनः निर्माण कर उसमें अत्याधुनिक संसाधनों से सुसज्जित कर दिया । डिजिटल युग में सारंडा के गरीब बच्चों को डिजिटल तरीके से पढ़ने-खेलने की व्यवस्था कर दी गयी है । आंगनबाड़ी को मॉडल केंद्र बनाते हुए इसे नंदघर नाम दिया गया है । रविवार को महिला बाल विकास एवम सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा माझी ने धोबिल गांव में बनाए गए नंदघर का उद्घाटन किया और व्यवस्था देख काफी खुश हुई, उन्होंने बच्चों के बीच टोफियाँ भी बांटी । मौके पर कहा कि पुराने आंगनबाड़ी केंद्र को वेदांता कम्पनी ने मॉडल केंद्र के रूप में परिवर्तित कर सारंडा के बच्चों के सर्वांगीन विकास के लिए बड़ा तोहफा
दिया है । आंगनबाड़ी को जीर्णोद्धार कर अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है । केंद्र की सेविका साहायिका की जिम्मेदारी बढ़ गयी है । केंद्र तो मॉडल बन गया अब यहाँ पढने वाले बच्चे भी मोडल बने इसके लिए सेविका सहायिका को काम करना होगा । बता दें की वेदांता लिमिटेड मनोहरपुर में स्टील प्लांट स्थापित करने आयी है । पर प्लांट स्थापना से पूर्व ही सीएसआर के तहत मनोहरपुर प्रखण्ड क्षेत्र में जनहित में काम करना शुरू कर दिया है । जिसमे पेयजल,स्वास्थ्य, शिक्षा व खेलकूद की दिशा में लगातार काम करती आ रही है । शिक्षा के दिशा में जानकारी के अनुसार वेदांता आंगनबाड़ी केंद्रों को नया रूप व नई व्यवस्था में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में लगभग 3 लाख रुपये खर्च कर जीर्णोद्धार का काम किया जा रहा है । प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली,पंखा, शौचालय, किचन,वर्तन, 30 बच्चों का चेयर, ड्रेस रंगरोगन आदि व्यवस्था दे रही है । मनोहरपुर प्रखण्ड के 150 आंगनबाड़ी केंद्रों में यह व्यवस्था की गयी है । अगले फेज में आनंदपुर प्रखंड के 100 आंगनबाड़ी केंद्रों को जीर्णोद्धार करने की भी योजना है ।