जमशेदपुर : परसूडीह जैसे अद्ध शहरी क्षेत्र के लोग अपने घरों और दुकानों का कूड़ा-करकट सड़क के किनारे ही फेकते हैं। मकदमपुर रेलवे फाटक से लेकर कृषि उत्पादन बाजार समिति मेन गेट तक सड़क किनाने ही कूड़ा-करकट आसानी से देखा जा सकता है। सड़क किनारे ही कूड़ा-करकट फेके जाने से सड़क पूरी तरह से नारकीय हो गई है। इस सड़क से लोगों का आवागमन करना भी दुश्वार हो गया है।
सालों से फेका जा रहा है कूड़ा-करकट
परसूडीह के मकदमपुर रेलवे फाटक से लेकर गोलपहाड़ी बाजार समिति मेन गेट तक कू़ड़ा-करकट का अंबार लगा हुआ आसानी से देखा जा सकता है। यहां पर सिर्फ परसूडीह ईलाके के लोग ही घरों और दुकानों का कूड़ा-करकट नहीं फेकते हैं बल्कि करनडीह, खासमहल, मकदमपुर आदि क्षेत्र के लोगों को भी कूड़ा-करकट फेकते हुए देखा जाता है।
रात के अंधेरे में फैलाते हैं गंदगी
यहां पर लोगों को रात के अंधेरे में ही गंदगी फैलाते हुए देखा जाता है। दिन में किसी को भी कूड़ा-करकट फेकते नहीं देखा जाता है। यहां पर गंदगी का अंबार इतना ज्यादा हो गया है कि सड़क पर आ गया है। कई लोग तो सड़क पर ही हड़बड़ी में कूरा-करकट फेककर चले जातेहैं।
सुधि लेने वाला कोई नहीं
यहां पर कू़ड़ा-करकट फेके जाने की जानकारी सभी सरकारी अधिकारियों को है, लेकिन कोई भी सुधि लेना नहीं चाहते हैं। सभी अधिकारी लोगों पर ही अपनी भड़ास निकालते हैं। जहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है वहां पर बाजार समिति की चहारदीवारी बनी हुई है। लोग चहारदीवारी के बाहरी हिस्से और सड़क के किनारे वाले हिस्से का उपयोग करते हैं।
नाक पर रूमाल लगाकर पार होते हैं पैदल राहगीर
पैदल राहगीरों की बात करें तो करीब 150 मीटर की दूरी तक वे नाक पर रूमाल लगाकर ही पार होेते हैं। बगैर रूमाल के ही सड़क को पार करने में परेशानी होती है। गोलपहाड़ी से मकदमपुर रेलवे फाटक वाला रास्ता काफी व्यस्त है। रोजानों लाखों लोगों का आवागमन होता है।