जमशेदपुर : टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 182 वी जयंती के शुभ अवसर पर बुधवार को पूरे स्टील सिटी के वासियों ने जमशेद जी टाटा को भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की। हालांकि हर वर्ष की भाँती इस वर्ष कोरोना के मद्देनजर कंपनी परिसर में झांकियां नहीं निकाली गई। एक सादे समारोह के दौरान टाटा समूह के विभिन्न पदाधिकारियों ने उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रधांजलि दी।इधर, कंपनी परिसर का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी बिष्टुपुर पोस्टल पार्क पहुंचे जहाँ पर अवस्थित टाटा समूह के संस्थापक जेएन टाटा की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रधासुमन अर्पित किया।
इस मौके पर टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा, एन चंद्रशेखरन के साथ साथ टाटा समूह के चीफ फाइनांशियल ऑफिसर कौशिक चैटर्जी, टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी, जुस्को के एमडी तरुण डागा सहित झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता उपस्थित थे।
यहाँ शहरवासियों को संबोधित करते हुए टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि वे व्यापार बढ़ाने के साथ-साथ सामाजिक कार्य पूर्व की तरह करते रहेंगे। अपने संबोधन के शुरुआत में चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी का उल्लेख किया। कहा कि पिछला 12 महीना काफी कठिन समय गुजरा। स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण थी। कई लोगों ने अपनों को खोया। इसके बावजूद टाटा स्टील, जमशेदपुर की जनता और कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों ने मिलकर और एकजुटता दिखाई और इस महामारी को हराने के लिए अपना योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्करों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा। चेयरमैन ने उम्मीद जताई की कोरोना का असर जल्द ही काफी कम हो जाएगा और सब कुछ पहले की तरह सामान्य होगा। उन्होंने कहा कि इस बार जमशेदपुर आगमन पर रतन टाटा जी और मैंने सीएसआर के तहत यहां हुए कार्यों को देखा। शहर में पिछली बार की अपेक्षा काफी काम हुए हैं। उन्होंने सभी शहरवासियों को संस्थापक दिवस की शुभकामनाएं भी दी।