जमशेदपुर : टाटा मोटर्स हॉस्पिटल में कार्यरत काम इंटरप्राइजेज के मजदूरों को पीएफ ईएसआई सही रूप से नहीं देने और 5 साल से कार्यरत 38 मजदूरों का फाइनल रुपया नहीं देने के कारण डीएलसी ने उसके बिल पर रोक लगा दिया है। इसके पहले झारखंड मजदूर यूनियन और टाटा मोटर्स हॉस्पिटल के मजदूरों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी। वार्ता में डीएलसी ने कहा कि 17 मार्चको पीएफ जमा करने की पूरा पुख्ता प्रमाण के साथ ठेकेदार को उपस्थित होने के लिए कहा गया और 38 मजदूरों का फाइनल रुपया भी मजदूरों को देने को कहा गया। जब तक मजदूरों का रुपया नहीं देते हैं तब तक ठेकेदार का बिल कंपनी के द्वारा रूका रहेगा।
अगला अगली वार्ता में दुलाल भइयां रहेंगे मौजूद
डीएलसी ऑफसि में अगली वार्ता भी होने वाली है। वार्ता में खुद केंद्रीय अध्यक्ष दुलाल भुइयां मौजूद रहेंगे। शनिवार को हुई वार्ता में मजदूर यूनियन के केंद्रीय सचिव राजेश सामंत, केंद्रीय उपाध्यक्ष सपन करवा, जिला उपाध्यक्ष किशोर मुखी, भूपति सरदार, त्रीनाथ मुखी, विजय करवा, किसनों हेंब्रम, गौतम मुखी, सूरजमुखी, कमल मुखी, बर्मा मुखी, भूषण मुखी, विमल मुखी, कैलाश मुखी, पिंटू मुखी, छोटे सरदार, अरुण मुखी, सूरज मुखी, जोत्या मुखी, कांता मुखी, किरण मुखी, चंकी मुखी, जयराम करवा आदि मजदूर मौजूद थे।