सरायकेला-खरसावां : खरसावां जिले के चांडिल डैम के दो पिलरों में आई दरार की जांच करने के लिये नई दिल्ली से सेंट्रल सॉइल एंड मेटेरियल रिसर्च स्टेशन के पांच सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम गुरुवार को चांडिल डैम पहुंची। टीम में वैज्ञानिक आर एस सेहरा,वैज्ञानिक डॉ0 आरपी पाठक,अनुसंधान सहायक विपिन कुमार,मैकेनिक उमेश कुमार एवं लैब सहायक अनिल वशिष्ठ शामिल थे। इसके अलावे जांच के दौरान चांडिल के जलसंसाधन विभाग के कनीय अभियंता प्रदीप कुमार भी मौजूद थे। टीम ने दोनों में आई दरार की बारीकियों से जांच की तथा क्रेक की चौड़ाई मापने के लिए सीएसएमरएस में निर्मित थ्री डी एवं टु डी क्रेक मॉनिटर मापक यंत्र लगाया। जो डैम में आई दरार की चौड़ाई बढ़ रही है कि नही इसकी पता लगाएगी। इसके अलावे टीम ने डैम के गैलरी एवं पिलर में रेन्फोर्समेंट बार मे जंग की स्थिति को जांचने के लिए यंत्र की मदद ली। टीम ने बताया कि क्रेक मॉनिटर यंत्र की मदद से डैम में आई दरार की नियमित मॉनिटरिंग करेगी। विगत वर्ष 2018 को चांडिल डैम में पिलर में दरार आने के मामले के बाद डैम सेफ्टी पैनल एवं केंद्रीय जल नीति आयोग की टीम चांडिल डैम पहुंची थी तथा डैम में आई दरार की जांच की थी।